रतन टाटा : मानवीय मूल्यों व परोपकार में गहरी आस्था रखने वाले उद्योगपति
गोपी कृष्ण सहाय
मानवीय मूल्यों व परोपकार में गहरी आस्था रखने वाले बड़े उद्योगपति, विजनरी लीडर, ईमानदारी, नैतिकता, दयालुता और सद्भावना की मिसाल श्री रतन टाटा जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ। वे सिर्फ एक उद्योगपति ही नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए एक आदर्श और प्रेरणा स्रोत थे। उनकी उदारता, सेवा-भावना, और सामाजिक योगदान हमेशा हमारे दिलों में अमर रहेंगे। उनका व्यक्तित्व हमें सिखाता है कि सफलता के साथ विनम्रता और इंसानियत का संतुलन कैसे बनाए रखा जाए। भारत के औद्योगिक और आर्थिक विकास पर उनका गहरा प्रभाव अद्वितीय है। उनके नेतृत्व में, टाटा समूह वैश्विक पटल पर ब्रांड इंडिया का नेतृत्व करता था। रतन टाटा जी के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया। बल्कि लाखों नौकरियों का सृजन करके, नवाचार को बढ़ावा देकर भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत किया.
उद्योग जगत के अलावे राष्ट्र निर्माण के सामाजिक कामों में उनका योगदान अतुलनीय है। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण विकास में उनके परोपकारी प्रयासों ने देश भर में लाखों लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया। समाज और देश के प्रति उनकी निष्ठा व समर्पण सदैव याद किए जाएंगे।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार व प्रशंसकों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति दे।