जो पार्टी परिवारवाद को लेकर चले उसमें समाजवाद कहां से आएगा : मुख्यमंत्री नीतीश

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– प्रधानमंत्री मोदी ने समाजवाद को लेकर जो कुछ कहा वह सही
पटना, 14 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो समाजवाद को लेकर बात कही है, वह एकदम सही है। उन्होंने कहा कि जो पार्टी परिवारवाद को लेकर चले उसमें समाजवाद कहां से आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार के लिए पूरा बिहार परिवार है। कुछ लोगों के लिए परिवार ही पूरा बिहार है। हमलोग कोई परिवारवाद नहीं पूरा बिहार एक परिवार। कई लोग एक परिवार को लेकर ही चलते हैं। प्रधानमंत्री ने जो बोला वह वे देख रहे हैं। छात्र जीवन से ही समाजवाद से प्रभावित रहा हूं। ये कोई कहने की बात नहीं है। प्रधानमंत्री ने जो बोला वह एकदम सही बात है। आज क्षेत्रीय दल को समाजवाद से कोई मतलब नहीं परिवारवाद से मतलब है। किसी ने अपनी पत्नी, किसी ने लड़के को पार्टी का उत्तराधिकारी बना रखा है। अपने मेहनत किया इसका यह मतलब थोड़े ही है कि कार्यकर्ता के बजाए अपने परिवार को ही आगे लाए।
नीतीश ने कहा कि आप पार्टी चलाते हैं, तो जो पार्टी के लिए समर्पित है उसे आगे बढ़ाएं। जिसको कोई अनुभव नहीं उसको परिवारवाद के नाम पर आगे करें, यह कहां का न्याय है।
मुख्यमंत्री ने विशेष राज्य के दर्जे को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हमने अभियान चला रखा है। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने कमेटी बनाकर भी हमें विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया। हम लोगों ने वर्तमान सरकार से अपनी मांग रखी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे पिछड़ा है। 2005 से मेहनत कर बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं। बिहार पिछड़ा है। आबादी ज्यादा है और क्षेत्रफल कम है। दुनियाभर में सबसे ज्यादा आबादी का घनत्व वाला प्रदेश बिहार है। आय लगातार बढ़ रही है। विकास हो रहा है, लेकिन आबादी के कारण औसत से नीचे ही विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के बाद 90-10 का आंकड़ा रहेगा। जिससे तेजी से बिहार का विकास होगा। इतना काम करने के बाद भी अगर नीति आयोग की रिपोर्ट विकास को लेकर सवाल उठा रही है, तो इसके बारे में केंद्र को सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आबादी विकास में सबसे बड़ी बाधा है। हमारी सरकार साक्षरता दर बढ़ाकर प्रजनन दर को घटा रही है। केंद्र सरकार को विशेष राज्य के दर्जे पर गौर करना चाहिए। हम कहेंगे कि केवल हम पर ही नहीं अपितु उन सभी राज्य पर भी जो अत्यंत पिछड़े हैं।


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