रन फॉर आयुर्वेदा में कानून मंत्री बृजेश पाठक ने लगाई दौड़
लखनऊ, 19 दिसम्बर (हि.स.)। विज्ञान भारती अवध प्रांत और आयुर्वेद के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्था नाश्या के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रन फाॅर आयुर्वेदा दौड़ का आयोजन किया गया। दौड़ का शुभारम्भ कानून मंत्री बृजेश पाठक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के सह प्रांत प्रचारक मनोज ने 1090 चौराहे से झंडी दिखाकर रवाना किया। रन फॉर आयुर्वेदा 1090 चौराहे से शुरू होकर राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान और वहां से फिर 1090 चौराहे पर आकर समाप्त हुई। इस दौड़ में आयुर्वेद के चिकित्सक और आयुर्वेद की पढ़ाई कर रहे छात्र बड़ी संख्या में शामिल रहे।
इस अवसर पर कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि आज पूरी दुनिया आयुर्वेद अपना रही है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन आजादी के दीवानों ने भारत को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों से खजाने को लूटा था। बाद में क्रांतिकारी पकड़े गए और उनको जीपीओ में फांसी की सजा सुनाई गई।
बृजेश पाठक ने बताया कि अंग्रेज अधिकारियों में क्रांतिकारियों का इतना खौफ था कि क्रांतिकारियों को फांसी की सजा सुनाने के बाद अंग्रेज जज कोर्ट से सीधे इंग्लैंड भग गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के सह प्रांत प्रचारक मनोज ने कहा कि क्रांतिकारियों ने भारत के खजाने को छीनने का काम किया था। वह भारत का धन था। उसे अंग्रेज लूट कर ले जा रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत को आज़ादी किसी के आशीर्वाद से नहीं मिली। देश को आजादी क्रांतिकारियों के संघर्ष और बलिदान के कारण मिली है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वह देश समाज व राष्ट्र की चिंता करें।
नश्या के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशान्त तिवारी ने कहा कि आयुर्वेद के प्रति छात्रों में जागरूकता पैदा करना हमारा उद्देश्य है। इस अवसर पर विज्ञान भारती अवध प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री श्रेयांस मांडलोई प्रमुख रूप से उपस्थित थे।