समुद्री सुरक्षा के लिए भारत-ओमान की नौसेनाओं में हुआ व्हाइट शिपिंग समझौता

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तीन दिवसीय दौरे पर ओमान गए नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने किया करार

 मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचनाओं के आदान-प्रदान से समुद्री सुरक्षा होगी आसान



नई दिल्ली, 27 सितम्बर (हि.स.)। तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ओमान गए नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने पहले दिन ही सोमवार को रॉयल नेवी ऑफ ओमान के साथ व्हाइट शिपिंग सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से भारत और ओमान के बीच मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचना के आदान-प्रदान में सुविधा होगी। इसके साथ ही इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा भी बढ़ेगी।

नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रविवार को ओमान पहुंचे थे। उनके दौरे का उद्देश्य ओमान के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना और रक्षा सहयोग के लिए नए रास्ते तलाशना है। उन्होंने आज अपनी यात्रा के पहले दिन मस्कट के समुद्री सुरक्षा केंद्र (एमएससी) में रॉयल नेवी ऑफ ओमान (आरएनओ) के कमांडर रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसेन अल-रहबी के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। इसके बाद दोनों नौसेना प्रमुखों ने व्हाइट शिपिंग सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सीएनएस की ओमान की चल रही यात्रा के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल के अनुसार ओमान की रॉयल नेवी और भारतीय नौसेना के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से भारत में हिन्द महासागर क्षेत्र (आईओआर) के लिए सूचना संलयन केंद्र (आईएफसी) और ओमान की एमएससी मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी के माध्यम से मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचना के आदान-प्रदान की सुविधा होगी। इसके साथ ही इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा भी बढ़ेगी। भारतीय नौसेना ने 2018 में आईएफसी-आईओआर की स्थापना की थी ताकि समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोगात्मक ढांचे के तहत इस क्षेत्र में शिपिंग यातायात के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण विकास पर प्रभावी ढंग से नज़र रखी जा सके। गुरुग्राम स्थित इस संस्था से वर्तमान में 21 भागीदार देशों और दुनिया भर में 22 बहु-राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संबंध हैं।

यात्रा के दौरान नौसेनाध्यक्ष करमबीर सिंह सुल्तान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ अब्दुल्ला खमिस अब्दुल्ला अल रायसी, ओमान की शाही सेना के कमांडर मेजर जनरल मटर बिन सलीम बिन राशिद अल बलुशी, ओमान की रॉयल एयर फोर्स के कमांडर एयर वाइस मार्शल खमिस बिन हम्माद बिन सुल्तान अल गफरी और रक्षा मंत्रालय के महासचिव डॉ. मोहम्मद बिन नासिर बिन अली अल जाबी सहित ओमान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। वह मुस्कर अल मुर्तफा (एमएएम) कैंप, मैरीटाइम सिक्योरिटी सेंटर (एमएससी), सैद बिन सुल्तान नेवल बेस, अल मुसाना एयर बेस और नेशनल डिफेंस कॉलेज जैसे प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे।

भारतीय नौसेना पहले से ही कई मोर्चों पर ओमान की रॉयल नेवी के साथ सहयोग करती है, जिसमें परिचालन बातचीत, प्रशिक्षण सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। दोनों नौसेनाएं 1993 से द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास नसीम अल बहर में भाग ले रही हैं। यह अभ्यास आखिरी बार 2020 में गोवा में आयोजित किया गया था और अगला संस्करण 2022 में निर्धारित है। भारतीय नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह की यह ओमान यात्रा भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग पर प्रकाश डालती है।


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