पंजाब : श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व कल

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अमृतसर, 06 सितम्बर (हि.स.) । श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी का प्रकाश पर्व कल 7 सितम्बर को मनाया जाएगा। पहले प्रकाश दिवस के अवसर पर गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में दीवान का आयोजन किया जाएगा, जिसमें रागी, ढाडी, कवि और प्रचारक संगत को गुरबानी और इतिहास से जोड़ेंगे।

प्रकाश पर्व के अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में दीप प्रज्ज्वलित कर शाम को दीये जलाये जाएंगे और आतिशबाजी की जाएगी। इस दिन पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में फूलों की सुंदर व्यवस्था की गई है। 1603 में 5वें गुरु अर्जन देव ने भाई गुरदास से गुरु ग्रंथ साहिब को लिखवाना शुरू करवाया, जो 1604 में संपन्न हुआ। इसका नाम दिया ‘आदि ग्रंथ’। सिख पंथ के पांचवें गुरु अर्जन देव जी ने 1604 में आज ही के दिन दरबार साहिब में पहली बार गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था। 1430 अंग (पन्ने) वाले इस ग्रंथ के पहले प्रकाश पर संगत ने कीर्तन दीवान सजाए और बाबा बुड्ढा जी ने बाणी पढ़ने की शुरुआत की। 1604 में गुरु ग्रंथ साहिब का पहला प्रकाश दरबार साहिब में किया गया। आगे चलकर इसी के संबंध में दशम गुरु गोबिंद सिंह ने हुक्म जारी किया “सब सिखन को हुकम है गुरु मान्यो ग्रंथ।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने गुरु ग्रंथ साहिब जी की पहली जयंती के अवसर पर देश-विदेश की संगतों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि गुरु अर्जन, पांचवें पातशाह ने 1604 में गुरु ग्रंथ साहिब का संपादन किया था और मानवता को एक सार्वभौमिक ग्रंथ के साथ आशीर्वाद दिया था, जिसकी मूल्यवान शिक्षा मानव जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए थी। पवित्र गुरबानी की शिक्षाओं से मनुष्य को सभी प्रकार का मार्गदर्शन मिलता है अर्थात धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक, वैज्ञानिक और लौकिक मार्गदर्शन। उन्होंने कहा कि गुरबानी हमें सुखी जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है और हमें अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने का रास्ता भी दिखाती है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने सभी गुरु नानक नाम लेवा संगतों से गुरबानी की बहुमूल्य शिक्षाओं का पालन करने की अपील की।

इस दौरान बीबी जागीर कौर ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब जी की पहली बैठक के अवसर पर हर साल गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब से सचखंड श्री हरमंदिर साहिब तक नगर कीर्तन किया जाता है। इस अवसर पर सिंह साहिब सहित संगत और अन्य प्रमुख हस्तियां मौजूद रहेंगी। उन्होंने कहा कि सिखाें में जीवंत गुरु के रूप में मान्य श्री गुरु ग्रंथ साहिब केवल सिख कौम ही नहीं बल्कि समूची मानवता के लिए आदर्श और पथ प्रदर्शक हैं।


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