नागपुर में संघ की दो दिवसीय समन्वय बैठक शुक्रवार से

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सरसंघचालक भागवत, सरकार्यवाह होसबाले समेत प्रमुख पदाधिकारी लेंगे हिस्सा

 भाजपा समेत सभी आनुषंगिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी भी रहेंगे उपस्थित



नागपुर, 01 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक 3 सितंबर (शुक्रवार) से नागपुर में आयोजित की गई है। रेशमबाग के डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर में आयोजित इस बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले पूरे समय मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और भाजपा, विहिप, बीएमएस समेत सभी आनुषंगिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकार भी शिरकत करेंगे।

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बुधवार को बताया कि नागपुर में संघ की छोटी एवं सामान्य अनौपचारिक समन्वय बैठक 3 एवं 4 सितंबर को हो रही है। वैसे हर वर्ष सितंबर में एक व्यापक बैठक होती है, परंतु कोरोना की परिस्थितियों में पिछली बार छोटी बैठक हुई थी और इस वर्ष भी छोटी बैठक ही हो पा रही है। इसमें संघ के कुछ अखिल भारतीय अधिकारी और विविध संगठन जैसे- विश्व हिंदू परिषद (विहिप), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय मज़दूर संघ (बीएमएस), विद्या भारती आदि के अखिल भारतीय संगठन मंत्री उपस्थित रहेंगे। कोरोना की परिस्थिति सामान्य होने पर संभवतः अगले वर्ष के प्रारंभ में व्यापक बैठक होगी।

प्रचार विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार संगठन की संरचना में बैठकों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। नतीजतन संघ में प्रतिवर्ष अलग-अलग बैठकों का आयोजन होता है। पिछले वर्ष हुए कार्यों की समीक्षा और आगामी कार्यों की योजना इन बैठकों का प्रमुख एजेंडा होता है। संघ और उससे जुडे आनुषंगिक संगठन अक्सर सामाजिक, धार्मिक एवं देशहित से जुडे मुद्दों पर ऐसी बैठकों में मंथन करते हैं। अखिल भारतीय स्तर की इस बैठक में संघ के अलावा जितने भी आनुषंगिक संगठन हैं उनके प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा लेते हैं। संघ परिवार से जुडे संगठनों के प्रतिनिधि ऐसी बैठकों में अपने कामकाज का ब्योरा पेश करते हैं। इन बैठकों के आयोजन का उद्देश्य सभी आनुषंगिक संगठनों में वैचारिक, मौखिक और कार्यों से जुड़ी समानता स्थापित करना होता है।

कोरोना माहामारी के चलते मार्च 2020 के बाद से नागपुर में कोई बड़ी बैठक नहीं हुई है। नागपुर के लिए निर्धारित अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक भी कर्नाटक के बेंगलुरू में आयोजित की गई थी। इस बीच पिछले डेढ़ साल में सरसंघचालक समेत संघ के विभिन्न पदाधिकारी लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर बैठकें कर रहे थे। एक जगह भीड़ से बचने के लिए यह कदम उठाया गया था। वहीं कोरोना संक्रमण के बाद पहली बार संघ की ओर से नागपुर में राष्ट्रीय स्तर की बैठक का आयोजन किया जा रहा है।


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