सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ ने स्वदेशी क्रूज इंजन के साथ 150 किमी. तक उड़ान भरी

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इस नई तकनीक में महारत हासिल करने के लिए अभी और परीक्षण किए जाएंगे

 परीक्षण के अगले दौर के बाद औपचारिक रूप से सेना में शामिल किया जाएगा



नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। भारत ने बुधवार को ओडिशा तट पर अपनी स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल (आईटीसीएम) का सफल परीक्षण किया। लगभग 1000 किमी. की दूरी तक मार करने वाली सबसे खतरनाक सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का देसी माणिक टर्बो फैन इंजन के साथ यह परीक्षण बुधवार को सुबह 9:55 बजे चांदीपुर, ओडिशा के एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में लॉन्च-पैड 3 से किया गया। मिसाइल ने स्वदेशी क्रूज इंजन के साथ लगभग 150 किमी. तक उड़ान भरी और उम्मीद के मुताबिक इंजन ने अपनी कार्यक्षमता दिखाई, इसलिए इस नई तकनीक में महारत हासिल करने के लिए अभी और परीक्षण किए जाएंगे। कुछ ही महीनों में परीक्षण के अगले दौर के बाद निर्भय मिसाइलों को औपचारिक रूप से सेना में शामिल किया जाएगा।

आकाश में मंडराने और पैंतरेबाजी के प्रदर्शन में माहिर यह मिसाइल लंबी दूरी तक परमाणु हथियार ले जाने और सभी मौसम में कई लक्ष्यों के बीच हमला करने में सक्षम है। छह मीटर लंबी और लगभग 1500 किलो वजन वाली यह मिसाइल 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार कर सकती है। दो पंखों के साथ यह मिसाइल 500 मीटर से लेकर चार किमी. की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है। मिसाइल को टेक ऑफ के लिए ठोस रॉकेट बूस्टर द्वारा संचालित किया जाता है, जिसे उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला (एएसएल) द्वारा विकसित किया गया है। आवश्यक वेग और ऊंचाई तक पहुंचने पर मिसाइल में लगा टर्बोफैन इंजन इग्निशन के रूप में प्रयोग किया जाता है। दुश्मन के रडार से बचने के लिए यह नीची ऊंचाई पर भी उड़ान भर सकती है। भूभाग पर चलने वाली मिसाइल होने के कारण निर्भय को दुश्मन के रडार से पहचानना मुश्किल है। मिसाइल अपने लक्ष्य के क्षेत्र को कई मिनट तक घेरती रहती है और फिर सही समय पर सही जगह से टकराती है।

इस मिसाइल के सभी पांचों विकास परीक्षण पूरे किये जा चुके हैं, इसलिए अब उपयोगकर्ता परीक्षण किये जा रहे हैं। निर्भय मिसाइल के सतह संस्करण (ग्राउंड वर्जन) का परीक्षण पहली बार ओडिशा के बालासोर जिले में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से 12 मार्च 2013 को किया गया। 17 अक्टूबर 2014 को मिसाइल के सतह संस्करण का दूसरा परीक्षण फिर से एक बार ओडिशा के बालासोर जिले में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया। मिसाइल का तीसरा टेस्ट 16 अक्टूबर 2015 को 11:38 बजे हुआ। मिसाइल का चौथा टेस्ट 21 दिसम्बर 2016 को एकीकृत परीक्षण रेंज के प्रक्षेपण परिसर-III (आईटीआर) बालासोर में 11:56 बजे किया गया। 1000 किलोमीटर की दूरी के साथ अपनी सबसोनिक क्रूज परमाणु-सक्षम मिसाइल निर्भय का पांचवां परीक्षण 25 जून 2021 को किया गया।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने निर्भय मिसाइल के विकास परीक्षण में सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा करने के बाद स्वदेशी रूप से विकसित छोटे टर्बोफैन इंजन के साथ परीक्षण करने की योजना बनाई थी। इसी क्रम में आज ओडिशा के तट पर डीआरडीओ ने सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का देसी माणिक टर्बो फैन इंजन के साथ सफलतापूर्वक परीक्षण किया। स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल ने स्वदेशी क्रूज इंजन के साथ लगभग 150 किमी. तक उड़ान भरी। डीआरडीओ के मुताबिक निकट भविष्य में और परीक्षण किए जाएंगे।


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