बिहार में बाढ़ से हाल बेहाल, पूरब से पश्चिम तक हाहाकार
पटना, 09 अगस्त (हि.स.)। बिहार में गंगा नदी पश्चिम में बक्सर और पूरब में भागलपुर जिले के कहलगांव तक हर जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पटना में गंगा, पुनपुन और सोन तीनों नदी लाल निशान को पार कर गई है। मंगलवार तक इन तीनों नदियों का पानी और बढ़ने की आशंका है।
राज्य के जल संसाधन विभाग के मुताबिक गंगा नदी पटना के गांधी घाट पर सोमवार को 13 सेमी ऊपर चढ़ कर लाल निशान से 98 सेमी ऊपर चली गई है। दीघा घाट में गंगा 14 सेमी ऊपर चढ़ कर लाल निशान से 41 सेमी ऊपर बहने लगी है। इसी तरह बक्सर में यह 20 सेमी. बढ़कर खतरे के निशान से 31 सेमी ऊपर चली गई। भागलपुर में छह और कहलगांव में 91 सेमी लाल निशान से ऊपर बह रही है। इस नदी का जलस्तर मंगलवार तक सभी जगहों पर 10 से 20 सेमी और बढ़ने की आशंका है।
पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी लाल निशान से 40 सेमी ऊपर चली गई। पिछले 24 घंटे में इस नदी का जलस्तर 41 सेमी बढ़ा और मंगलवार तक 61 सेमी और बढ़ने की आशंका है। सोन भी मनेर में दो दिन से लाल निशान से ऊपर बह रही है। सोमवार को मनेर में यह नदी 33 सेमी लाल निशान से ऊपर है। कल तक 15 सेमी और बढ़ने की आशंका है।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण तटबंध और स्पर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। कार्यपालक और अधीक्षण अभियंताओं के साथ-साथ कनीय और सहायक अभियंता को 24 घंटे स्पर की निगरानी करने का आदेश दिया गया है। फिलहाल स्पर और तटबंध सुरक्षित है।
नेपाल स्थित जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कटिहार जिले में महानंदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस नदी के जलस्तर में सोमवार को 64 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई। गंगा, कोसी, बरंडी और कारी कोसी नदी का भी जलस्तर बढ़ रहा है। इससे अमदाबाद, मनिहारी, बरारी, कुरसेला और मनसाही प्रखंड के करीब तीन दर्जन से अधिक गांवों में गंगा का पानी फैल गया है।
खगड़िया में गंगा व बूढ़ी गंडक नदियों में उफ़ान से नए इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। गंगा खतरे के निशान से मात्र 0.25 मीटर दूर है। भागलपुर जिले में गंगा और कोसी नदी में पानी बढ़ने से नवगछिया के रंगरा प्रखंड के सधुआ, सहौड़ा, कोशकीपुर के कई घरों में बाढ़ का पानी फैल गया है।
इसी तरह इस्माईलपुर के छह वार्डों में बाढ़ का पानी फैल गया है। कहलगांव की भोलसर पंचायत, बिरबन्ना पंचायत के कई गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। एनएच-80 के दोनों ओर पानी का फैलाव हो चुका है। जलस्तर में वृद्धि का यही रफ्तार रहा तो एक-दो दिनों में एनएच-80 पर पानी चढ़ जायेगा।