नई दिल्ली, 2 7 जून (हि.स.) । जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर देर रात पांच मिनट के भीतर हुए दो धमाकों से बिल्डिंग की छत में बड़ा सा छेद होने के अलावा कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन पूरा इलाका सील करके जांच की जा रही है । ड्रोन से आईईडी गिराने की आशंका के चलते पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर छानबीन कर ने में लग गई हैं । जल्द ही वायुसेना की उच्च स्तरीय जांच टीम जम्मू पहुंचने वाली है । धमाके को लेकर जम्मू पुलिस ने यूएपीए की धारा 16, 18 और एक्स्प्लोसिव एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है इसलिए इसकी जांच आतंकी हमले की तरह की जाएगी।
खास बात यह है कि आतंकी एंगल से जांच करने के लिए एनआईए
मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक की टीम को शक है कि एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन के जरिए आईईडी गिराकर धमाके किये गए हैं । यह आशंका इसलिए भी है क्योंकि असलहा-बारूद गिराने वा ला ड्रोन राडार की पकड़ में मुश्किल से आ पाता है । इससे पहले भी कई बार ऐसे ड्रोन रडार की पकड़ में आने से बच चुके हैं । धमाके में ड्रोन का इस्तेमाल किये जाने की आशंका इसलिए भी है क्योंकि ड्रोन के जरिए 12 किलोमीटर तक हथियारों को गिराया जा सकता है । एयरफोर्स स्टेशन से पाकिस्तान सीमा की दूरी महज 14 किलोमीटर है । हालांकि अभी धमाकों में ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है क्योंकि अभी भी जांच चल रही है ।
जांच एजेंसियां इस एंगल से भी जांच कर रही हैं कि कहीं एयरफोर्स स्टेशन पर ही कुछ ऐसा तो नहीं हुआ, जिसकी वजह से धमाका हो गया हो । वायुसेना के इस एयरबेस में एयरक्राफ्ट खड़े हैं जिनकी वजह से इस धमाकों को आतंकी एंगल से भी देखा जा रहा है । इसके एनआईए और एनएसजी की टीम भी एयरफोर्स स्टेशन पहुं ची हैं । जल्द ही वायुसेना की उच्च स्तरीय टीम भी जम्मू पहुंचने वाली है । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना के संबंध में वाइस एयर चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं । इस समय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया तीन दिवसीय बांग्लादेश की यात्रा पर हैं ।