नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। वायु सेना अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायुसेना को एक शक्तिशाली एयरोस्पेस पावर में बदलने के उद्देश्य से आत्मनिर्भरता और स्वदेशीकरण के साथ-साथ बल संरचना के माध्यम से परिचालन क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने भारतीय वायुसेना के भविष्य को रेखांकित करते हुए कमांडरों से सुरक्षित परिचालन वातावरण की दिशा में अपने प्रयास जारी रखने का आग्रह किया।
पश्चिम वायु कमान के कमांडरों का दो दिवसीय सम्मेलन 24 एवं 25 जून को नई दिल्ली में आयोजित किया गया। एयर चीफ मार्शल भदौरिया शुक्रवार को सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने डब्ल्यूएसी के एयरोस्पेस सुरक्षा रिकॉर्ड की सराहना करते हुए कमांडरों से सुरक्षित परिचालन वातावरण की दिशा में अपने प्रयास जारी रखने का आग्रह किया। वायु सेना अध्यक्ष ने अपने संबोधन में ऑपरेशन की तैयारियों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण विश्लेषण और उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कमांडरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी प्लेटफार्मों, हथियार प्रणालियों और संपत्तियों की परिचालन तत्परता उच्चतम स्तर पर रखी जाए।
महामारी की चुनौतियों के बावजूद उत्तरी सीमा पर हाल ही में उभरे तनाव में त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च समर्पण के प्रदर्शन के लिए वायु सेना अध्यक्ष ने पश्चिम वायु कमान के सभी वायु सेना प्रतिष्ठानों की प्रशंसा की। वायु सेना अध्यक्ष ने कोरोना संबंधी कार्यों के लिए प्रत्येक स्टेशन के प्रयासों और किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने पश्चिम वायु कमान के उड़ान सुरक्षा रेकॉर्ड की भी प्रशंसा की और सभी कमांडरों से सुरक्षित वातावरण के लिए गंभीर प्रयास करते रहने का आग्रह किया। भारतीय वायु सेना को अन्तरिक्ष शक्ति में बदलने के लिए आत्म निर्भरता और स्वदेशीकरण से क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया।
कोरोना महामारी के चलते यह सम्मेलन मिश्रित रूप से आयोजित किया गया जिसमें कुछ कमांडर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। मुख्य अतिथि एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया का स्वागत पश्चिम वायु कमान के कमांडर-इन-चीफ एयर मार्शल विवेक राम चौधरी ने किया।