इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने उन्होंने सेवाओं को लागत में कटौती के साथ-साथ आधुनिकीकरण के लिए ठोस प्रयास करने का भी आग्रह किया। इस नोड को संचालित करने के लिए तीनों सेनाओं के योद्धाओं की सराहना करते हुए सभी से आग्रह किया कि हम पूरी तरह से एकीकृत, आधुनिक और आत्मनिर्भर बनने के प्रयास जारी रखें। देश में तीन ज्वाइंट लॉजिस्टिक्स नोड का सफल संचालन देखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में अधिक जेएलएन खोले जाने चाहिए। इससे सशस्त्र बलों के बीच संयुक्त अंतर-दक्षता बढ़ेगी और तीनों सेवाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशों के अनुसार सशस्त्र बलों की रसद प्रक्रियाओं को बेहतर बनाया जा सकेगा। यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर सशस्त्र बलों में एकीकृत लॉजिस्टिक्स को और मजबूत करने का एक अग्रदूत है और उन्हें युद्ध के सभी क्षेत्रों में निर्बाध रूप से संचालित करने में सक्षम करेगा।
एकीकृत एकीकरण स्टाफ मुख्यालय के तत्वावधान में संयुक्त संचालन प्रभाग ने तीनों सेनाओं के रसद एकीकरण की दिशा में पहला ठोस कदम उठाते हुए इस व्यवस्था की खोज करके ज्वाइंट लॉजिस्टिक्स नोड की स्थापना की है। मुंबई, गुवाहाटी और पोर्ट ब्लेयर में जेएलएन की स्थापना के लिए 12 अक्टूबर, 2020 को सरकार से मंजूरी मिली थी। गुवाहाटी और पोर्ट ब्लेयर में 01 जनवरी, 2021 को जेएलएन चालू किए गए थे। मुंबई में आज देश के तीसरे ज्वाइंट लॉजिस्टिक्स नोड का उद्घाटन हुआ है। इस मौके पर तीनों सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति तीनों सेनाओं के एकीकरण के सही सार को दर्शाती है। जेएलएन की स्थायी संचालन प्रक्रिया को भी जनरल बिपिन रावत ने इस अवसर पर ई-रिलीज किया।