पटना, 18 जनवरी (हि.स.)। नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भाजपा और जदयू के बीच चल रहा विवाद आखिरकार सुलझ गया है। चर्चा तो यह भी थी कि कल मंगलवार को ही नीतीश कैबिनेट में शामिल होने वाले सभी मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाया जाएगा। लेकिन सोमवार की शाम को जदयू प्रदेश कार्यालय में मुख्यमंत्री ने खुद कहा कि अभी शपथ ग्रहण की तिथि तय नहीं की गई है। शपथ ग्रहण से एक दिन पहले इसकी जानकारी मीडिया को दे दी जाएगी।सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि नीतीश मंत्रिमंडल के नए मंत्रियों को इसी सप्ताह के अंत में मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विगत रविवार को ही राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार पर दोनों पार्टियों के बीच सहमति बन गयी थी और भाजपा ने तो अपने कोटे से मंत्री पद की शपथ लेने वालों की सूची भी मुख्यमत्री को सौंप दी थी। रविवार की शाम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंचे थे। इसी मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार पर सहमति बनी और भाजपा ने अपने कोटे के मंत्रियों की सूची नीतीश कुमार को सौंप दी थी। नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद बाहर निकले संजय जायसवाल ने पत्रकारों को कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार की खबर उन्हें मिल जायेगी।
नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में फिलहाल 14 मंत्री ही शामिल हैं। हालांकि विगत वर्ष 16 नवम्बर को जब नयी सरकार का गठन हुआ था तब कुल 15 मंत्रियों ने शपथ ली थी लेकिन भ्रष्टाचार के एक मामले में आरोपी होने के कारण शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ा था। सरकार गठन के दौरान यह कहा गया था कि तुरंत ही मंत्रिमंडल का पूर्ण विस्तार कर लिया जायेगा। लेकिन जदयू और भाजपा के बीच शुरू हुई तनातनी के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार लगातार टलता रहा।
इस दौरान जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल किये तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि भाजपा के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो रहा है। नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि वे तो सरकार गठन के दौरान ही वे मंत्रिमंडल का विस्तार करते रहे हैं। लेकिन इस बार परिस्थितियां बदली हुई हैं और भाजपा ने अभी तक अपने मंत्रियों की सूची नहीं सौंपी है। इसके कारण ही मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो रहा है। नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार न होने की जिम्मेवारी भाजपा पर थोप रहे थे। इस बीच गत आठ जनवरी को जब बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव सीएम नीतीश कुमार से मिलने गये तो लगा कि बात बन गयी है। लेकिन अगले ही दिन नीतीश कुमार ने कहा कि भूपेंद्र यादव गपशप करने आये थे। मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई।