छत्तीसगढ़ :गोबर की कमाई से हवाई सफर तथा मोटरसाइकिल की खरीदी

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छत्तीसगढ़ :गोधन न्याय योजना के तहत शासन द्वारा अब तक 33 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी



रायपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 20 अगस्त हरेली पर्व के अवसर पर शुरू की गई गोधन न्याय योजना से किसानों और पशुपालकों के जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है। इस योजना के माध्यम से उन्हें आय का एक नया जरिया मिल गया है। जिन लोगों के पास कृषि योग्य भूमि नहीं है अथवा पशु नहीं है। वह भी इस योजना के माध्यम से अच्छी आय प्राप्त कर रहे हैं। गोधन न्याय योजना के तहत शासन द्वारा अब तक 33 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है।

गोबर की कमाई से हवाई सफर

बीजापुर के पुसनार में रहकर मजदूरी करने वाले मुन्ना पाल मूलत उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले हैं। जब उनकी मां के निधन की खबर उन्हें मिली तो ट्रेन में टिकट नहीं मिल रही थी। बस या दूसरे साधन भी नहीं थे। इसलिए उन्होंने रायपुर से लखनऊ वाया दिल्ली की कनेक्टिंग फ्लाइट की टिकट खरीदी है और 20 नवंबर को जीवन में पहली बार हवाई सफर किया। वे पिछले 6 सालों से बीजापुर में रह रहे हैं। गोबर बेचने से नवंबर महीने तक उनके खाते में करीब 18 हजार हुए थे। इन्हीं पैसों का उपयोग उन्होंने प्लेन का टिकट खरीदने में किया। मुन्ना पाल बताते हैं कि उन्होंने एक भैंस पाली है। भैंस के गोबर के अलावा के जंगलों और पास के इलाकों से गोबर इकट्ठा कर बेचते हैं।

दिनेश कुमार ने खरीदा मोटरसाइकिल

सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत कृष्णपुर के दिनेश कुमार राजवाड़े पिता नेतलाल राजवाड़े द्वारा गोधन न्याय योजना अंतर्गत 10191 किलो गोबर बेचा गया जिससे उन्हें 20 हजार से अधिक भुगतान प्राप्त हुए। प्राप्त हुए पैसों से बच्चों की पढ़ाई के लिए काफी पेन पुस्तक खरीदने में उपयोग कर रहे हैं।दिनेश कुमार का मुख्य रूप से दूध उत्पादन का कार्य है। गोबर बेचने से जो पैसा प्राप्त हुआ उससे किस्त में मोटरसाइकिल खरीदी और अब दूध बेचने मोटरसाइकिल से सूरजपुर जाते हैं।

पति के लिए सीता देवी ने खरीदी मोटरसाइकिल

कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत आदिवासी समुदाय से आने वाली 12वीं पास सीता देवी ग्राम पंचायत पिपरिया के मौहारी पारा में निवासरत है। लंबे समय से सीतादेवी की इच्छा थी कि उनके पति के पास खुद की मोटरसाइकिल हो। गोधन न्याय योजना के जरिए उन्होंने अपना सपना साकार किया। अब तक लगभग 40 टन गोबर बेचकर इस परिवार को कुल अस्सी हजार रुपए का लाभ मिला है। केवल बारिश आधारित खेती के अलावा इस परिवार के पास 13 गाय बैल और भैंस है।

गोबर बेचकर नरेंद्र ने कमाए 1.40 लाख और खरीदी दो गाएँ

बालोद जिले के ग्राम बरही के पशु पालक किसान नरेंद्र सिन्हा ने गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 69 हजार 972 किलो गोबर बेचा है जिसके एवज में उन्हें एक लाख 39 हजार 972 राशि मिली। उन्होंने गोधन न्याय कयोजना से प्राप्त आमदनी में अपनी कुछ राशि मिलाकर दुग्ध व्यवसाय हेतु अच्छे नस्ल की दो गाय खरीदी है।

 


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