खुशहाल परिवार दिवस: लाभार्थियों की बढ़ाई जाएगी तादाद

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पिछले माह 1,01,753  दम्पति ने अलग-अलग गर्भनिरोधक साधनों को अपनाया 



लखनऊ, 20 दिसम्बर (हि.स.)। समुदाय में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने और व्यापक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से शुरू किये गये खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम को अब परवान चढ़ाने की पूरी तैयारी है। हर माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता बढ़ाने के साथ ही लाभार्थियों की तादाद बढ़ाने पर भी पूरा फोकस किया जा रहा है।
इसी क्रम में सोमवार को आयोजित होने वाले इस माह के कार्यक्रम की सभी तैयारियों को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पहले से दिए जा चुके हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन- उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर कहा है कि खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन में जिले के जनप्रतिनिधियों जैसे–स्थानीय सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, विधानसभा की महिला एवं विकास संबंधी समिति के सदस्यों, महापौर, नगर निगम अध्यक्ष व पंचायत अध्यक्ष आदि को आमंत्रित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ कराया जाए। इससे जनसमुदाय को कार्यक्रम से सीधे तौर पर जोड़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा पिछले माह ही शुरू हुई इस अनूठी पहल के तहत स्वास्थ्य इकाइयों की तादाद बढ़ाने के साथ ही लाभार्थियों की तादाद को भी बढ़ाने पर पूरा जोर दिया जाए।
मिशन निदेशक का कहना है कि पिछले माह की तुलना में इस माह स्वास्थ्य इकाइयों और लाभार्थियों की संख्या में कम से कम 10 फीसद की वृद्धि सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही हौसला साझीदारी के तहत सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों पर भी खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा कार्यक्रम के आयोजन के प्रचार-प्रसार पर भी ध्यान दिया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन- उत्तर प्रदेश की परिवार नियोजन कार्यक्रम की महाप्रबंधक डॉ. अल्पना शर्मा के मुताबिक मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं की समुदाय स्तर पर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिवार नियोजन साधनों की ग्राह्यता को बढ़ाना बहुत जरूरी है। इस पहल के तहत लक्षित समूह के परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
इन लक्षित समूह में शामिल हैं- इस साल की पहली जनवरी के बाद प्रसव वाली वह महिलाएं जो उच्च जोखिम गर्भावस्था (एच.आर.पी.) के रूप में चिन्हित की गयीं थीं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह योग्य दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं ।
पिछले माह खुशहाल परिवार दिवस की उपलब्धि 
पिछले माह 21 नवम्बर को आयोजित पहले खुशहाल परिवार दिवस पर प्रदेश में कुल 1,01,753 दम्पति ने विभिन्न गर्भनिरोधक साधनों को अपनाया। इनमें 40 पुरुषों ने स्थायी साधन के रूप में नसबंदी को अपनाया जिनमें 37 ऐसे थे जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे थे और तीन वह थे जिनके एक या दो बच्चे थे। पिछले माह ही इस दिवस पर प्रदेश में कुल 2865 महिलाओं ने नसबंदी की सुविधा प्राप्त की, इनमें 1,025 उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाएं थीं, 1,481 वह महिलाएं थीं जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे थे और 359 एक या दो बच्चों वाली महिलाएं शामिल थीं।
इसके अलावा 53,780 ने गर्भनिरोधक गोली माला-एन व 22,690 ने छाया और 7,248 ने अन्तरा त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन को चुना। इसके अलावा 6,174 ने आईयूसीडी और 8,956 ने पीपीआईयूसीडी को अपनाया। इस विशेष आयोजन पर स्वास्थ्य इकाइयों ने 339368 कंडोम का भी वितरण किया। 5,386 नव विवाहित दम्पति को नई पहल किट देकर परिवार नियोजन साधनों की उपयोगिता समझाई गयी।

 


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