नई दिल्ली, 04 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू और कश्मीर के नगरोटा मुठभेड़ मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मुठभेड़ में सेब के एक ट्रक में छिपे पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के चार आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था।
एनआईए ने शुक्रवार को बताया कि 19 नवम्बर को हुई नगरोटा मुठभेड़ के संबंध में गुरुवार को एक केस दर्ज किया है। पाकिस्तान के ये आतंकी 26/11 के हमले की बरसी पर ‘बड़े हमले’ की योजना बना रहे थे। वहीं नगरोटा मुठभेड़ के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्षेत्र के सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की थी।
उल्लेखनीय है कि 19 नवम्बर को जम्मू जिले के नगरोटा क्षेत्र में बान टोल प्लाजा के पास आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। यह मुठभेड़ करीब तीन घंटे तक चली, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) के चार आतंकी मारे गए थे। ये चारों आतंकी पाकिस्तान के थे और ट्रक में गोला-बारूद लेकर जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। सुरक्षाबलों ने मारे गए आतंकियों के पास से 11 एके 47 राइफल, तीन पिस्टल, 28 ग्रेनेड, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) और बड़ी मात्रा में मैगजीन एवं गोलियां बरामद की थीं।
केंद्र सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के बाद अब इस मामले की जांच एनआईए करेगी। एनआईए यह भी पता लगाएगी कि जैश के इन आतंकियों की मंशा क्या थी, कैसी साजिश रचने वाले थे और इनके संपर्क में कौन-कौन थे।