कोरोना मरीजों के साथ अस्पताल में अमानवीय व्यवहार के खिलाफ भाजपा ने किया प्रदर्शन
नई दिल्ली, 25 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली भाजपा ने आरोप लगाया है कि राजधानी में कोरोना, प्रदूषण और अब कड़ाके की ठंड से आम जनमानस जूझ रहा है लेकिन दिल्ली सरकार को लोगों की जरा भी चिंता नहीं हैं। पार्टी का कहना है कि ऐसी महामारी में भी सरकार अपने नागारिकों को स्वास्थ्य सुविधा देने में नाकाम साबित हो रही है।
भाजपा ने कार्यकर्ताओं ने एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के खिलाफ बुधवार को अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली भाजपा के महामंत्री कुलजीत सिंह चहल ने किया। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे की भी मांग की।
कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि केजरीवाल सरकार मरीजों का जीवन बचाने में पूरी तरह विफल रही है। केजरीवाल सरकार के अंतर्गत आने वाले नामी अस्पताल एलएनजेपी में कोरोना मरीजों को नंगा रखकर और हाथ-पैर बांध कर इलाज किया जा रहा है। मरीजों के साथ ये कैसा अमानवीय व्यवहार है? उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी और प्रदूषण के बीच आम नागरिकों को मरने के लिए छोड़कर संवेदनहीनता की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। इन स्तिथिओं के लिए जिम्मेदार सत्येंद्र जैन को स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल की यह घटना केजरीवाल सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल सिर्फ अपने प्रचार में व्यस्त हैं, उन्हें जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। वहीं प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि इन दिनों दिल्ली कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में है। दिल्लीवासी त्राहिमाम कर रहे हैं और सरकारी अस्पतालों की स्थिति सबसे खराब है।