चडीगढ़, 27 अगस्त (हि.स.)। करतारपुर साहिब कॉरिडोर के निकट रावी दरिया पर बनने वाले पुल के निर्माण को गति देने के लिए गुरुवार को भारत व पाकिस्तान के इंजीनियरों की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें पाकिस्तानी इंजीनियरों ने अपने हिस्से के पुल निर्माण को लेकर मास्टर प्लान भारतीय इंजीनियरों के साथ साझा किया।
करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के समय ही रावी नदी पर पुल निर्माण की बात शुरू हुई थी। भारत ने इस पर उसी समय अपनी सहमति दे दी थी, जबकि पाकिस्तान सरकार ने हालही में इस प्रोजैक्ट को मंजूरी दी है।
गुरुवार को डेराबाबा नानक में करीब एक घंटा चली बैठक के बाद पाकिस्तान की ओर पुल बनाने के काम को हरी झंडी दे दी गई। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी ईंशात खुराना, सिविल इंडिया लिमटिड के वाइस चेयरमैन जतिंदर सिंह और बीएसएफ के अधिकारियों समेत कुल चार अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। बैठक में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के निर्माण में विशेष भूमिका निभाने वाले जतिंदर सिंह ने बताया कि जब से कॉरिडोर का काम शुरू हुआ है तब से ही भारत के ओर से रावी दरिया के ऊपर बनने वाले पुल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। पुल को जीरो लाइन से आरम्भ किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि एक साल में पाकिस्तान की ओर से 260 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। जिसका डिजाइन इसी साल तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज की बैठक का एक ही मकसद पुल निर्माण कार्य को गति देना और पाकिस्तानी हिस्से में निर्माण कार्य को शुरू करवाना है।