कछार (असम), 03 अगस्त (हि.स.)। सिलचर के घनीयाला मोकाम रोड में बीती रात दो गुटों में हिंसक संघर्ष के बाद सोमवार को मालूग्राम थाना क्षेत्र के घनियाल इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है। दोनों पक्षों में पथराव के बाद स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग कर हिंसक भीड़ को तितर-बितर किया।
अयोध्या राम मंदिर शिलान्यास के पोस्टर लगाने की घटना को लेकर सिलचर के घनीयाला मोकाम रोड में बीती रात को दो गुटों में हिंसक संघर्ष हो गया था। पहले आपस में बहस हुई और फिर धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कुछ देर बाद ही ईंट से एक-दूसरे पर हमला शुरू हो गया। शुरुआती चरण में हालात को काबू में करने के दौरान पुलिस कर्मी भी घायल हो गए। हालात ज्यादा बिगड़ जाने पर पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग कर हिंसक भीड़ को तितर-बितर किया। कोरोना संक्रमण के चलते रात में वैसे कर्फ्यू रहता है। अब हिंसक घटना को लेकर दिन में भी कर्फ्यू लगाया गया है। जिला मजिस्ट्रेट व जिलाधिकारी कीर्ति जल्ली ने सोमवार को कहा कि अगले आदेश तक इलाके में कर्फ़्यू जारी रहेगा।
हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के उच्चाधिकारी घटनास्थल पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश शुरू की। असम पुलिस दक्षिण रेंज के डीआईजी दिलीप कुमार ने बताया है कि रविवार की रात को घटनास्थल का निरीक्षण कर मीडिया को बताया कि कोरोना के मद्देनजर रात का कर्फ्यू जारी है। सोमवार सुबह से कर्फ्यू की समय सीमा को बढ़ाया गया है। रविवार रात की घटना को उन्होंने सांप्रदायिक संघर्ष को मानने से इंकार कर दिया है। पुलिस अधीक्षक बनवारी लाल मीणा ने कहा है कि यह सांप्रदायिक संघर्ष नहीं है। कुछ लोग अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश किया है। उन्होंने कहा है कि इस इलाके में दोनों संप्रदाय के प्रायः समान लोग रहते हैं। इसलिए सांप्रदायिक संघर्ष की बात लोगों के मन में नहीं आ सकती है।
घनियाला इलाके के रहने वाले लोगों ने बताया कि ईद के दिन एक पोस्टर को लेकर दो गुटों में वाद विवाद शुरू हुआ था। इलाके के दोनों गुटों के झगड़े सुलझाने की कोशिश की गई। झगड़े सुलझाने के लिए पूर्व कमिश्नर व भाजपा नेता विजेंद्र प्रसाद सिंह ने भी रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि शनिवार को मांस की बिक्री की घटना को लेकर दो दोनों गुटों में सामान्य झगड़ा हुआ था। लेकिन कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हो गया था। रविवार शाम को फिर से उस घटना को आधार बनाते हुए पुनः झगड़ा शुरू होने की खबर सामने आयी।
फिर से बातचीत के द्वारा स्थिति को स्वाभाविक कर लिया गया लेकिन रविवार की रात को इलाके के कुछ युवकों में झगड़ा शुरू हो गया। यह विवाद व्यक्तिगत कारणों को लेकर हुआ था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि व्यक्तिगत झगड़े को कौन सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा है, उसकी जांच की जा रही है। इसका पता लगाने के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया गया है।
विभिन्न सोशल मीडिया में यह खबर वायरल हो गयी है कि अयोध्या में राम मंदिर के पोस्टर हटाने की घटना को लेकर सिलचर के घनियाल मुकाम रोड में रविवार रात को दो गुटों में संघर्ष हो गया है। इसकी सच्चाई पर किसी ने कुछ नहीं कहा। इस संदर्भ में किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है। पुलिस ने इस मामले को लेकर छानबीन शुरू कर दिया है। डीआईजी दिलीप कुमार ने सांप्रदायिकता उत्तेजना फैलाने वाली बातों पर सभी को सतर्क कर दिया है। इलाके में शांति बहाल करने के लिए लोगों को व प्रशासन से आह्वान किया है।
इस घटना को लेकर सोमवार को काछार जिला पुलिस उपायुक्त ने कहा है कि सिलचर शहर की मालूग्राम थाना क्षेत्र में कर्फ्यू जारी कर दिया है और लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है।