मुंबई में बिहार के आईपीएस अधिकारी के साथ जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है: नीतीश
पटना, 03 अगस्त (हि.स.)। बॉलीवुड में बिहार के उदयमान सितारे सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत की जांच करने पहुंची बिहार पुलिस की टीम को लीड करने पहुंचे आईपीएस विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन कर दिए जाने को मुुख्यमंत्री नीतीश कुुुमार ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ जो हुआ वह गलत है।
सुशांत मामले की जांच के लिए मुंबई गयी बिहार पुलिस की टीम का नेतृत्व करने गए पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को रविवार की रात अचानक 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर लिया गया। इस दौरान वे घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि उनके साथ जो हुआ वह गलत है। यह राजनीतिक नहीं है, बिहार पुलिस ड्यूटी कर रही है। हमारे डीजीपी उनसे बातचीत करेंगे। हालांकि सीबीआई जांच कराए जाने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
इस घटना पर बिहार सरकार के मंत्री व जदयू के कद्दावर नेता संजय झा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले जांच के लिए गए पुलिस अधिकारियों को क्यों नहीं क़वारंटीन किया गया? यह सबकुछ किसी के इशारे पर हो रहा है। इस तरह की घटना से मुंबई पुलिस शक के घेरे में आती है। इस मसले पर जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि आईपीएस विनय तिवारी को 14 दिन के लिए क्वॉरंटीन कर लोगे आप उद्धव ठाकरे लेकिन सच्चाई को कोई क्वॉरंटीन नहीं कर सकता, उसे बाहर आना ही है। देख लीजिए इस कोशिश में कहींं आपको सबकुछ गँवाने की नौबत ना आ जाए ! संभल जाइए वक्त रहते लेकिन किसे बचा रहे हैं आप ? देश समझ रहा है।
इस मसले पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि कुछ भी हो जाए, जांच प्रभावित नहीं होगी। वे इस मसले पर महाराष्ट्र के डीजीपी से बात करेंगे तथा दोपहर 2 बजे पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। सिटी एसपी को क़वारंटीन करने के मसले पर बीएमसी का कहना है कि उसने केंद्र सरकार की गाइड लाइन का पालन किया है, क्योंकि आईपीएस अधिकारी को जांच के सिलसिले में 7 दिन से अधिक मुंबई में रहना है।