कैट के नेतृत्‍व में व्‍यापारियों ने दिल्‍ली में जलाई चीनी सामानों की होली

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नई दिल्‍ली, 22 जून (हि.स.)। लद्दाख के गलवान घाटी में सेना के 20 जवानों के शहीद होने के बाद देशभर के नागरिकों में चीन के प्रति उबलते गुस्से को दिल्ली में व्यापारियों ने प्रदर्शित किया। कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने चीनी सामानों के बहिष्कार के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय अभियान ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ के तहत सोमवार को करोल बाग में चीनी वस्तुओं की होली जलाई।

कैट ने कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के कारण इस प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्‍टेंसिंग एवं सुरक्षा के सभी उपायों को अपनाते हुए ये प्रदर्शन किया। इसके साथ ही कैट ने इस वर्ष के रक्षा बंधन को विशुद्ध रूप से भारतीय राखी त्योहार और दिवाली को सही अर्थों में हिंदुस्तानी दिवाली मनाने की घोषणा की है। इस अवसर बड़ी संख्‍या में करोबारी उपस्थित रहे। दिल्‍ली पुलिस ने प्रवीन खंडेलवाल एवं अन्य व्यापारी नेताओं को हिरासत में लेकर करोल बाग़ थाना ले गई एवं करीब दो घंटे बाद रिहा कर दिया।

इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कैट द्वारा 19 जून को महाराष्ट्र सरकार द्वारा से चीन की 3 कंपनियों से 5000 करोड़ रुपये के निवेश का समझौते रद्द करने की मांग को स्वीकार करते हुए तीनों समझौतों को रद्द करने की घोषणा की है। खंडेलवाल ने कहा कि महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे का फैसला स्वागतयोग्य है और देश के नागरिकों की भावनाओं का सम्मान है।

भाइयों की कलाई पर बंधेगी भारतीय राखी
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवा और अध्यक्ष बी सी भरतिया ने इस अवसर पर कहा कि देशभर के व्यापारियों एवं नागरिकों में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर बेहद उत्साह और बड़ा समर्थन प्राप्त है। उन्‍होंने कहा कि इस अभियान की पहली बानगी अगस्त महीने में राखी के त्योहार पर दिखेगी, जब इस वर्ष देशभर की बहनें चीनी राखी का बहिष्कार कर भारतीय राखी अपने भाइयों की कलाई पर बांधेगी। इसी तरह जन्माष्टमी का त्योहार भी पूर्ण भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया जाएगा जिसमें चीनी वस्तुओं का कोई स्थान नहीं होगा।

गत 10 जून से चल रहा है ये बहिष्‍कार
दरअसल कैट ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का अभियान बीते 10 जून को दिल्ली से शुरू किया था। इसमें देशभर के 40 हजार व्यापारी संगठनों के 7 करोड़ व्यापारी जुड़ रहे हैं। कैट का कहना है कि देश के 130 करोड़ लोगों की किसी भी आवश्यकता के लिए व्यापारी की दूकान ही पहला संपर्क सूत्र होता है। इस दृष्टि से देशभर के व्यापारी अपनी दूकान पर आने वाले प्रत्येक ग्राहक को चीनी सामान के बहिष्कार के बारे में जानकारी देंगे और इस प्रकार आने वाले कुछ ही महीनों में कैट का ये अभियान देश के सभी राज्यों में घर घर तक पहुंचेगा।

 


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