क्लब के किसी भी खिलाड़ी को प्रशिक्षण के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा: जुर्गेन क्लोप्प
लंदन, 21 मई (हि.स.)। लिवरपूल के प्रबंधक जुर्गेन क्लोप्प ने कहा कि क्लब के किसी भी खिलाड़ी को तब तक प्रशिक्षण के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा जब तक वह ऐसा करने में सुरक्षित महसूस नहीं करता है। कोरोना वायरस महामारी के चलते लीग को मार्च में रोक दिया गया था, लेकिन अब क्लबों को छोटे समूहों में प्रशिक्षण करने की इजाजत दे दी गई है।
पहले सत्र में 10 खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण के बाद क्लोप्प ने स्काई स्पोर्ट्स को बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि उनके सभी खिलाड़ी खेल के लिए लौटेंगे, लेकिन वे किसी पर भी दवाब नहीं बनाएंगे। क्लोप्प ने कहा, ‘यह उनकी मर्जी है, इसलिए यह स्पष्ट है। मैंने सत्र से पहले ही कहा था कि यह सबकी अपनी स्वतंत्र इच्छा है। आमतौर पर आप एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करते हैं और फिर आपको मेरे कहने पर मौजूद होना चाहिए। मगर इस स्थिति में यदि आप सुरक्षित महसूस नहीं करते तो आपको यहां नहीं होना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘कोई प्रतिबंध नहीं, कोई सजा नहीं, कुछ भी नहीं। यह उनका अपना निर्णय है और हम उसका 100 प्रतिशत सम्मान करते हैं। लड़के ठीक हैं। हम कभी भी किसी को इस चक्कर में खतरे में नहीं डालेंगे कि हम क्या चाहते हैं। हां, हम फुटबॉल से प्यार करते हैं, और हां, यह हमारा काम है, लेकिन यह हमारे जीवन या अन्य लोगों के जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।’ प्रीमियर लीग की अंक सूची में लिवरपूल 82 अंकों के साथ पहले स्थान पर बनी हुई है।