चंडीगढ़, 05 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से पर्यटक वीजा पर भारत घूमने आए 193 पाकिस्तानी नागरिक मंगलवार को अपने वतन रवाना हो गए। अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले इन नागरिकों ने भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। साथ ही लॉकडाउन के दौरान उन्हें मिली सुविधाओं के लिए भी केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
लॉकडाउन से पहले पाकिस्तानी नागरिक भारत के अलग-अलग राज्यों में आए हुए थे। इनमें ज्यादातर पर्यटक वीजा के तहत घूमने के लिए आए हुए थे। कई अपने रिश्तेदारों के यहां होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आए हुए थे। इसी दौरान लॉकडाउन हो गया और यह नागरिक भारत में ही फंस गए। कराची से तीन मार्च को कोलकाता अपने रिश्तेदारों के पास रहने गए सईद अहमद ने बताया कि दो महीने के लॉकडाउन में भारत में रहकर भारतीयों के दिलों को जाना। यहां हर इंसान अपने से ज्यादा दूसरे की फिक्र करता है। मजहब से कोई लेना-देना नहीं है। इंसानियत सबके दिलों में बसती है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रहकर आए इनायत हुसैन के अनुसार भारत सरकार द्वारा किया गया लॉकडाउन ही सही मायने में लॉकडाउन है। मुझे यहां दो महीने हो गए। कभी यह महसूस नहीं हुआ कि हम किसी पराए देश में हैं। जैसे लोग पाकिस्तान में वैसे ही हिन्दुस्तान में हैं। मगर सुख यह था कि घर बैठे खाना मिल रहा था और लोग सेवा के लिए किसी चीज की कमी नहीं आने दे रहे थे।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सरकार ने इस संबंध में भारत सरकार से बातचीत की थी जिसके बाद उन्हें इंटर स्टेट पास जारी किया गया। पास मिलने के बाद भारत सरकार ने आज उन्हें अपने शहरों में लौटने की इजाजत दी। मंगलवार की दोपहर अटारी-बाघा सीमा पर पहुंचने के बाद बीएसएफ के अधिकारियों ने पाकिस्तानी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की गई। जांच के बाद उन्हें पाकिस्तान रवाना कर दिया गया।