अयोध्या, 26 जनवरी (हि.स.)। लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करके चर्चा में रहने वाले मोहम्मद शरीफ को केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 के लिए पद्म पुरस्कार देने का ऐलान किया है। इस साल 7 हस्तियों को पद्म विभूषण दिया जायेगा।
अयोध्या जनपद खिड़की अली बेग मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान दिए जाने के खबर से सोशल मीडिया सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर बधाई का क्रम जारी है।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने शरीफ को कार्यालय में बुलाकर गुलदस्ता भेंट किया। इस वर्ष पद्म पुरस्कारों की सूची में कुछ ऐसे भी नाम हैं जो बिना चर्चा में रहे अपना काम बखूबी कर किए हैं। उनमें से एक हैं लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करके चर्चा में रहने वाले मोहम्मद शरीफ भी हैं। शरीफ इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मेरी सेवाओं की कद्र कर मुझे यह सम्मान दिया है। इस सरकार ने बिना किसी भेदभाव के निर्णय किया है। मैं चाहता हूं कि यह सरकार सत्ता में बनी रहे और जैसी जनहित की योजनाए चला रही है, उसमें और बढ़ोतरी करें। हम समाज सेवा के इस कार्य को और अधिक मनोबल के साथ अब करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे बेटे की हत्या ने सबकुछ बदल दिया। लावारिस शवों की अंत्येष्टि के पीछे की कहानी यहीं से शुरू होती हैं। शरीफ का एक बेटा मेडिकल सर्विस में था। एक बार वह फैज़ाबाद से सुल्तानपुर गया था। जहां उसकी हत्या करके शव को कहीं फेंक दिया गया था।
शरीफ ने कहा कि बेटे को हमने और हमारे परिजन ने उसे बहुत खोजा पर लाश तक नहीं मिली। उसी के बाद शरीफ ने लावारिस शवों को ढूंढ-ढूंढकर उसका अंतिम संस्कार करने का प्रण लिया था। अब पुलिस उन्हें लावारिस लाशों के लिए सूचना भी देती हैं। अब तक वह सैकड़ों लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।