दिल्ली की जंग में दिग्गजों को उतारने की तैयारी

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प्रचार के लिए उत्तराखंड भाजपा और कांग्रेस कर रहे विचार त्रिवेंद्र सरकार के मंत्री भी दिल्ली के चुनाव में झोकेंगे ताकत



देहरादून, 22 जनवरी। (हि.स)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में उत्तराखंडी वोटरों को रिझाने के लिए भाजपा और कांग्रेस अपने दिग्गज नेताओं को वहां जल्द भेज सकती है। दोनों पार्टियों की ओर से इस संबंध में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। पार्टियों के रणनीतिकारों ने उन नामों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है जो दिल्ली के चुनाव में पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। त्रिवेंद्र सरकार के कुछ प्रमुख मंत्रियों की भी दिल्ली में ड्यूटी लगाई जा रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया निपटते ही अब पार्टियों के प्रचार में तेजी आनी है। उत्तराखंड भाजपा और कांग्रेस दिल्ली चुनाव में अपने ज्यादा से ज्यादा नेताओं को प्रचार में उतारने पर विचार कर रही है। उत्तराखंड के 24 लाख से ज्यादा वोटर दिल्ली में बताए जाते हैं। दस सीट प्रवासी उत्तराखंडियों के बाहुल्य वाली है। दोनों पार्टी यही रणनीति बुन रही हैं कि प्रमुख नेताओं को इन दस स्थानों पर प्रचार में लगाया जाए। पड़पड़गंज विधानसभा सीट पर दोनों पार्टियों का जोर रह सकता है, क्योंकि इस सीट पर आप से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने इस सीट पर उत्तराखंडी चेहरे को उतारा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के अलावा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, तीरथ सिंह रावत आदि को चुनाव प्रचार में उतारा जा सकता है। इसके विपरीत, कांग्रेस में जिन नेताओं के नाम पर विचार किया जा रहा है, उसमें पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नाम प्रमुख हैं। कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि पार्टी संगठन जिसकी भी दिल्ली चुनाव में ड्यूटी लगाएगी, संबंधित उसका पालन करेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार भाजपा की सरकार बनना तय है। दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि दिल्ली चुनाव में प्रचार के लिए हाईकमान से जैसे दिशा निर्देश मिलेंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।

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