बिहार में सीटिंग-गेटिंग के आधार पर भाजपा ने 13 उम्मीदवारों को दिया टिकट,चार सांसदों को किया बेटिकट
पटना,23 मार्च (हि.स.)। बिहार में भाजपा ने अपने कोटे की 17 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों में 13 सीटों के लिए सीटिंग-गेटिंग के आधार पर फिर उम्मीदवार बनाया है। इनमें केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का चुनाव क्षेत्र नवादा से बदल कर बेगूसराय कर दिया गया है। पटना साहिब से केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, मधुबनी से पूर्व विधायक अशोक कुमार यादव,अररिया से पूर्व सांसद प्रदीप सिंह और दरभंगा से भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष गोपालजी ठाकुर नये चेहरे हैं।
पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा के विद्रोही बनने के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं को सांसद आर के सिन्हा को उम्मीदवार बनाने की उम्मीद बंधी थी । श्री सिन्हा पटना साहिब क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के साथ गांव-गांव तक लोगों से जुड़े रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से उम्मीदवार बनाने की घोषणा से कार्यकर्ताओं में मायूसी देखी जा रही है। दरभंगा के सांसद कीर्ति झा आजाद के विद्रोही बनने के बाद उनकी जगह पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नीतीश मिश्र को टिकट मिलने की चर्चा थी परंतु गोपालजी ठाकुर को टिकट मिला है। उसी तरह भाजपा में शामिल हुए पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सम्राट चौधरी खगड़िया से और पुतुल सिंह बांका से टिकट के दावेदार थे। इन्हें निराशा हाथ लगी । बांका की पूर्व सांसद पुतुल सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं।
मधुबनी के मौजूदा सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री हुक्मदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक कुमार यादव को नया उम्मीदवार बनाया गया है। अररिया से प्रदीप सिंह पहले भी सांसद रह चुके हैं। पिछले चुनाव में अररिया सीट से राजद के तस्लीमुद्दीन जीते थे। गोपालजी ठाकुर को दरभंगा से कीर्ति झा आजाद की जगह नया उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा उम्मीदवारों में पश्चिम चंपारण-डा.संजय जायसवाल,पूर्वी चंपारण-केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह,शिवहर-रमा देवी,मुजफफरपुर-अजय निषाद,महाराजगंज-जर्नादन सिंह सिग्रीवाल,सारण-पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी,उजियारपुर-प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय,पाटलिपुत्र-केन्द्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव,आरा-केन्द्रीय राज्य मंत्री राज कुमार सिंह,बक्सर-केन्द्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे,सासाराम-छेदी पासवान और औरंगाबाद-सुशील कुमार सिंह को सीटिंग-गेटिंग के आधार पर उम्मीदवार बनाया गया है।
बिहार में लोकसभा की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित छह सीटों में पिछले चुनाव में तीन सीटें -गोपालगंज,सासाराम और गया भाजपा ने जीती थीं। इस बार के चुनाव में तालमेल में गोपालगंज के जनक राम और गया के सांसद हरि मांझी को बेटिकट कर सीटें जदयू के कोटे मेें चली गयी हैं। तीन सीटें हाजीपुर,समस्तीपुर और जमुई लोजपा ने जीती थीं। इस बार भी ये तीनों सीटें लोजपा के कोटे में हैंं।
भाजपा ने जदयू से दोस्ती को लेकर वाल्मिकीनगर,सीवान,गया और झंझारपुर के अपने सांसदों को बेटिकट कर इन सीटों को जदयू के कोटे में दे दिया है। इसके कारण मौजूदा सांसद वाल्मिकीनगर के सतीशचंद्र दूबे,सीवान के ओम प्रकाश यादव,गया के हरि मांझी और झंझारपुर के वीरेन्द्र कुमार चौधरी को बेटिकट होना पड़ा है।
भाजपा ने अपने 17 उम्मीदवारों में सिर्फ एक महिला रमा देवी को जगह दी है।