भारत चीन के दूसरे ‘ बेल्ट और रोड’ फोरम का भी करेगा बहिष्कार
बीजिंग, 20 मार्च (हि.स.)। चीन के दूसरे क्षेत्र एवं सड़क (बेल्ट एंड रोड) फोरम का भी भारत ने बहिष्कार करने का संकेत दिया है। ड्रैगन की यह परियोजना पाकिस्तान अधिकृत जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र से गुजर रही है और नई दिल्ली इस पर आपत्ति जाहिर कर चुकी है।
भारत का कहना है कि कोई देश ऐसी किसी मुहिम शामिल नहीं हो सकता है जो स्वायत्तता और क्षेत्रीय अखंडता से संबंधित उसकी मुख्य आपत्तियों को नजरअंदाज करता हो।
विदित हो कि भारत ने साल 2017 में हुए पहले क्षेत्र एवं सड़क फोरम (बीआरएफ) का भी बहिष्कार किया था। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स से कहा कि किसी भी संपर्क मुहिम (कनेक्टिविटी इनीशिएटिव) पर ऐसे अमल किया जाना चाहिए जो अन्य देशों की स्वायत्तता, समानता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता हो।
उन्होंने दूसरे फोरम में भारत के भाग लेने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘कोई देश ऐसी मुहिम का हिस्सा नहीं हो सकता है जो स्वायत्तता और क्षेत्रीय अखंडता की उसकी मुख्य आपत्तियों को नजरअंदाज करती हो।’’
मिसरी ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो हमने कभी भी अपने विचार गोपनीय नहीं रखे और बेल्ट एंड रोड मुहिम को लेकर हमारी स्थिति स्पष्ट एवं मजबूत है। हमने संबंधित प्राधिकरणों को इससे अवगत भी कराया है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘संपर्क को बेहतर बनाने के वैश्विक स्वप्न में भारत भी एक हिस्सेदार है और यह हमारी आर्थिक एवं राजनयिक पहलों का अभिन्न हिस्सा है। हम अपने क्षेत्र में विभिन्न देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’