पाकिस्तान सीमा पर हवाई झड़प, तनाव के बीच बातचीत जारी

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नई दिल्ली, 27 फरवरी (हि.स.)। बुधवार सुबह भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव और बढ़ गया। पाकिस्तान के लड़ाकू जहाजों ने भारतीय सीमा का उल्लंघन किया और दोनों देशों की वायुसेना के बीच हवाई झड़प हुई। इस बीच हालात पर नजर रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। दूसरी ओर विपक्ष की 21 पार्टियों ने मिलकर इस मुद्दे पर सरकार को अपना समर्थन दिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फ्रांस, श्रीलंका ने पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए चेताया। इस बीच सीमा से सटे हवाई अड्डों को सील कर दिया गया और उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारत ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को बुलाकर पूरे घटनाक्रम पर अपना विरोध जताया।
भारत-पाकिस्तान के बीच हवाई झड़प:
पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ट्रेनिंग कैम्प पर भारत की कार्रवाई के बाद बुधवार सुबह से भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ा। पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारतीय सीमा का उल्लंघन किया और भारतीय सैन्य जगहों को निशाना बनाने की कोशिश की। इसके जवाब में भारतीय वायुसेना से उनकी हवाई झड़प हुई। इस हवाई झड़प में भारत ने पाकिस्तान के एक लड़ाकू जहाज को मार गिराया। इस पूरी कार्रवाई में एक भारतीय लड़ाकू जहाज भी नष्ट हुआ और एक भारतीय पायलट लापता हो गया।
देश में हवाई अलर्ट, 11 एयरपोर्ट सील:
हवाई यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए देश के 11 हवाई अड्डों अमृतसर, देहरादून, श्रीनगर, जम्मू, लेह, पठानकोट, शिमला, धर्मशाला, कुल्लू , जैसलमेर और चंडीगढ़ से हवाई यातायात पर रोक लगा दी गई है। सरकारी एवं निजी एयरलाइंस ने इन शहरों को जाने वाली और इन शहरों से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स रद्द कर दी है। इतना ही नहीं इसके चलते भारत आने वाली कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इसके साथ ही पाकिस्तानी सीमा से सटे राज्यों के हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाया रहा भारत-पाकिस्तान तनाव:
चीन के वुहान में रूस-भारत-चीन (आरआईसी) त्रि-पक्षीय वार्ता के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्प पर हवाई कार्रवाई की जानकारी दी। वैश्विक स्तर पर फैले आतंकवाद पर बात करते हुए सुषमा ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बल पर हमले के बारे में भी बताया। श्रीलंकाई विदेश मंत्रालय ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर फैले तनाव पर बयान जारी करते हुए दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। श्रीलंका के साफ कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच इस तनाव से पूरे दक्षिण एशिया की शांति और स्थिरता प्रभावित होगी। उधर, फ्रांस ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में अपने यहां से संचालित होने वाली आतंकी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने को कहा है। फ्रांस सरकार ने कहा कि भारत अपने देश में हो रहे सीमा पार से संचालित आतंक को रोकने के लिए कार्रवाई कर सकता है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में बैठक:
बुधवार सुबह गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में अलग-अलग बैठकों के बाद प्रधानमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गयी। प्रधानमंत्री लगातार सीमा पर बढ़ रहे तनाव पर नजर बनाए हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक से पहले रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रालय की रक्षा खरीद समिति की बैठक में 2700 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण खरीदने को मंजूरी प्रदान की।
21 विपक्षी दलों ने किया सरकार का समर्थन:
कांग्रेस सहित 21 राजनीतिक दलों ने पुलवामा हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्यवाही का पूरी तरह समर्थन करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से आग्रह किया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा और सैनिकों के बलिदान का राजनीतिकरण न करे। संसद भवन परिसर में आयोजित विपक्षी दलों की एक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु समेत कई नेताओं ने भाग लिया।

 


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