दिव्य कुम्भ की भव्यता देखने 22 को प्रयाग पहुंच रहे 192 देशों के 250 प्रतिनिधि

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कुम्भ नगर (प्रयागराज ), 21 फरवरी (हि.स.)। तीर्थराज प्रयाग में संगम की रेती पर चल रहे दिव्य कुम्भ की भव्यता को देखने के लिए 22 फरवरी को 192 देशों के 250 प्रतिनिधि यहां पहुंच रहे हैं। ये विदेशी मेहमान पवित्र संगम में डुबकी लगाएंगे और यहां आयोजित हो रहे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों के भी साक्षी बनेंगे।
ये सभी विदेशी मेहमान तीन विशेष वायुयान से तीर्थराज प्रयाग के बमरौली हवाई अड्डे पर शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे पहुंचेंगे। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह उनकी आगवानी करेंगे। इसके बाद सभी प्रतिनिधियों को शटल बस से अरैल ले जाया जाएगा। वहां ये सब 71 देशों के फहराये गये झंडे वाले स्थल पर जाएंगे। फिर विशेष नाव द्वारा किला घाट पहुंचेंगे। यहां से शटल बसों से वे संगम जाएंगे, वहां स्नान, ध्यान और त्रिवेणी पूजन करेंगे।
इसके बाद विदेशी मेहमानों को फिर अरैल क्षेत्र ले जाया जाएगा। वहां ये दोपहर का भोजन करेंगे। फिर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा आयोजित आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान से रुबरु कराएंगे। इसके बाद विदेशी प्रतिनिधि हवाई अड्डे पहुंचकर वहां से दिल्ली लौट जाएंगे। विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए तगड़े इंतजाम किए गए हैं।

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की देखरेख में तीर्थराज पहुंच रही विदेशी मेहमानों की टीम अलौकिक कुम्भ का दर्शन करने के बाद इस सांस्कृतिक समागम के बारे में गहन अध्ययन भी करेगी। परिषद के निदेशक पंकज वोहरा का कहना है कि कुम्भ दर्शन को आ रहे सभी विदेशी प्रतिनिधि भारतीय संस्कृति और कला से रुचि रखने वाले लोग हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश की योगी सरकार ने प्रयाग कुम्भ की ब्राडिंग पूरी दुनिया में की है। मेला प्रारम्भ होने से पहले 15 दिसम्बर को दुनिया के 71 देशों के प्रतिनिधियों ने यहां पहुंचकर कुम्भ क्षेत्र में अपने-अपने देशों का ध्वज भी फहराया था। इसके बाद मारिशस के प्रधानमंत्री समेत करीब तीन हजार प्रवासी भारतीयों ने भी यहां आकर कुम्भ की भव्यता का दर्शन किया था। मकर संक्रांति के अवसर पर 15 जनवरी से शुरु हुआ कुम्भ मेला चार मार्च को महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा।

 


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