रातभर धरने पर बैठी रहीं ममता, बढ़ता रहा हुजूम
कोलकाता, 04 फरवरी (हि.स.)। अरबों रुपये के चिटफंड घोटाला मामले में साक्ष्यों को मिटाने के आरोपित कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार पर सीबीआई कार्रवाई के खिलाफ तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी सारी रात धर्ममतल्ला के मेट्रो चैनल के पास धरने पर बैठी रहीं। खास बात यह है कि ठंड के बावजूद उनके धरना मंच के पास लगातार लोगों की भीड़ रातभर बढ़ती रही। जैसे-जैसे रात बढ़ रही थी, लोगों की भीड़ भी बढ़ रही थी। ममता रात भर सोई भी नहीं हैं। भीड़ बढ़ने के बाद वह लोगों को लगातार घर लौटने के लिए अपील करती रहीं लेकिन लोग कहते रहे … दीदी हम लोग नहीं लौटेंगे। ऐसे ही सारी रात बीत गई| ममता अब भी धरने पर बैठी हुई हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष तेजस्वी यादव सोमवार यानि आज ही कोलकाता पहुंच रहे हैं। वे ममता का समर्थन करने के लिए यहां एकत्रित हुई भीड़ को संबोधित करेंगे।
तृणमूल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि धरना मंच से ही आज मुख्यमंत्री किसान और मजदूरों को संबोधित करेंगी। इधर, ममता के निर्देश पर राज्यभर में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने धरना देने का निर्णय लिया है। राजधानी कोलकाता से हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में पार्टी कार्यकर्ता धरने पर बैठेंगे। ममता ने साफ कहा है कि आम लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि रविवार शाम छह बजे के बाद कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया था। लाउडन स्ट्रीट में स्थित कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर करीब 40 से 45 सीबीआई के अधिकारी डीएसपी तथागत वर्धन के नेतृत्व में जा पहुंचे थे। ये लोग चिटफंड घोटाला मामले में पुलिस आयुक्त से पूछताछ करना चाहते थे लेकिन कुमार के आवास की सुरक्षा में तैनात डीसी साउथ मेराज खालिद और अन्य पुलिस अधिकारियों ने सीबीआई अधिकारियों को पुलिस आयुक्त के घर में नहीं घुसने दिया और उन्हें वापस लौट जाने को कहा। जब देर तक सीबीआई अधिकारी नहीं लौटे तो पुलिस ने कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए इन्हें धक्का देकर पुलिस की वैन में डाला और शेक्सपियर सरणी थाना ले गए। इधर सूचना मिलने के तुरंत बाद ममता बनर्जी कानून व्यवस्था के एडीजी अनुज शर्मा को लेकर राजीव कुमार के घर जा पहुंची थीं। बाद में पुलिस महानिदेशक विरेंद्र कुमार, डीसी डीडी-1 विनीत गोयल और अन्य पुलिस अधिकारी भी कुमार के घर जा पहुंचे जहां उच्च स्तरीय बैठक हुई। वहां से बाहर निकलीं ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के निर्देश पर सीबीआई बदले की कार्रवाई कर रही है ताकि मुझे परेशान किया जा सके। इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि संविधान बचाने के लिए वह धरना देंगी और रात 8:30 बजे के करीब धर्मतल्ला के मेट्रो चैनल के पास जाकर धरने पर बैठ गईं। देखते ही देखते वहां तृणमूल समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई। रातभर लोग वहां एकत्रित होते रहे। ममता ठंड के बावजूद एक साल ओढ़कर रातभर धरने पर बैठी रही हैं और अभी भी धरने पर ही हैं। इधर ममता के इस कदम का पूरे देश के विपक्षी नेतृत्व ने स्वागत किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फोन कर उन्हें नैतिक समर्थन देने की घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, चंद्रबाबू नायडू, तेजस्वी यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने फोन कर ममता को इस लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया है।
तृणमूल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि धरना मंच से ही आज मुख्यमंत्री किसान और मजदूरों को संबोधित करेंगी। इधर, ममता के निर्देश पर राज्यभर में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने धरना देने का निर्णय लिया है। राजधानी कोलकाता से हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में पार्टी कार्यकर्ता धरने पर बैठेंगे। ममता ने साफ कहा है कि आम लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि रविवार शाम छह बजे के बाद कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया था। लाउडन स्ट्रीट में स्थित कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर करीब 40 से 45 सीबीआई के अधिकारी डीएसपी तथागत वर्धन के नेतृत्व में जा पहुंचे थे। ये लोग चिटफंड घोटाला मामले में पुलिस आयुक्त से पूछताछ करना चाहते थे लेकिन कुमार के आवास की सुरक्षा में तैनात डीसी साउथ मेराज खालिद और अन्य पुलिस अधिकारियों ने सीबीआई अधिकारियों को पुलिस आयुक्त के घर में नहीं घुसने दिया और उन्हें वापस लौट जाने को कहा। जब देर तक सीबीआई अधिकारी नहीं लौटे तो पुलिस ने कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए इन्हें धक्का देकर पुलिस की वैन में डाला और शेक्सपियर सरणी थाना ले गए। इधर सूचना मिलने के तुरंत बाद ममता बनर्जी कानून व्यवस्था के एडीजी अनुज शर्मा को लेकर राजीव कुमार के घर जा पहुंची थीं। बाद में पुलिस महानिदेशक विरेंद्र कुमार, डीसी डीडी-1 विनीत गोयल और अन्य पुलिस अधिकारी भी कुमार के घर जा पहुंचे जहां उच्च स्तरीय बैठक हुई। वहां से बाहर निकलीं ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के निर्देश पर सीबीआई बदले की कार्रवाई कर रही है ताकि मुझे परेशान किया जा सके। इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि संविधान बचाने के लिए वह धरना देंगी और रात 8:30 बजे के करीब धर्मतल्ला के मेट्रो चैनल के पास जाकर धरने पर बैठ गईं। देखते ही देखते वहां तृणमूल समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई। रातभर लोग वहां एकत्रित होते रहे। ममता ठंड के बावजूद एक साल ओढ़कर रातभर धरने पर बैठी रही हैं और अभी भी धरने पर ही हैं। इधर ममता के इस कदम का पूरे देश के विपक्षी नेतृत्व ने स्वागत किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फोन कर उन्हें नैतिक समर्थन देने की घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, चंद्रबाबू नायडू, तेजस्वी यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने फोन कर ममता को इस लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया है।