अमेरिका में भारतीय छात्रों को हिरासत में लिए जाने पर भारत ने जताया विरोध
नई दिल्ली (हि.स.)। भारत ने शनिवार को अमेरिका में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को हिरासत में लिए जाने पर अमेरिका से कड़ा विरोध जताते हुए उसके दिल्ली स्थित दूतावास को ‘डिमार्श’ जारी किया है। डिमार्श कुटनीतिक तौर पर विरोध जताने का एक तरीका है।
सरकार ने इस संबंध में कहा है कि वह अमेरिका में फर्जी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने वाले कई भारतीयों को हिरासत में लिए जाने की स्थिति पर गहनता से नजर रखे हुए हैं और सभी उपाय कर रही है।
अमेरिकी दूतावास को लिखे पत्र में विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमारी चिंता हिरासत में लिए गए छात्रों के सम्मान और उनकी सही-सलामती की है। हिरासत में लिए गए भारतीय छात्रों को ‘काउंसलर एक्सेस’ दिया जाना चाहिए। छात्रों के साथ उनसे धोखाधड़ी करने वालों की ही तरह पेश नहीं आना चाहिए। अमेरिका से मांग है कि वह इन छात्रों की पूरी जानकारी और नियमित अपडेट जारी करें। इन्हें जल्द से जल्द रिहा करें व इच्छा के विरुद्ध उन्हें ‘डिपोर्ट’ न किया जाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में अमेरिका के विभिन्न हिरासत संबंधी केंद्रों पर भारतीय मिशन पहुंच बना रहा है। अब तक 30 छात्रों तक अधिकारियों का संपर्क हुआ है। बाकी छात्रों से भी संपर्क की कोशिश की जा रही है। हमारा मिशन और कार्यालय भारतीय समुदाय के साथ मिलकर इनके बारे में और जानकारी इकट्ठा करने में लगा है। वहीं अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने यहां दिल्ली में बताया कि उन्हें विदेश मंत्रालय की ओर से भारतीय नागरिकों के हिरासत में लिए जाने संबंधी ‘डिमार्श’ मिल गया है। अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग को आगे की जानकारी के लिए इसे भेजा गया है।