प्रवासी भारतीय विदेशों में भारत के सांस्कृतिक दूत: रामनाथ कोविन्द
वाराणसी, 23 जनवरी (हि.स.)(अपडेट)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने प्रवासी भारतीयों से नये भारत के निर्माण में बढ़-चढ़ कर भागीदारी का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतवंशियों को विदेशों में भारत के सांस्कृतिक दूत के रूप में कार्य करने का संदेश देकर कहा कि भारतवंशी उदारचरितानांतु वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव को आगे बढ़ाएं।
राष्ट्रपति बुधवार की शाम यहां तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन में मौजूद मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ का आभार जताकर राष्ट्रपति ने 30 विशिष्ट प्रवासी मेहमानों को सम्मानित किया और उन्हें बेहतर भविष्य की शुभकामना दी। राष्ट्रपति ने महिला सशक्तिकरण, देश में केन्द्र सरकार के चल रहे जन कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख कर कहा कि आज भारत दुनिया में नयी शक्ति के रूप में उभर रहा है। सरकार सभी प्रवासी भारतीयों के सुरक्षा पर खासा ध्यान दे रही है। राष्ट्रपति ने भारत की विविधता का जिक्र कर कहा कि भारत उत्सवों, पर्वों का देश है। आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती और प्रयागराज कुंभ के मौके पर आये हैं। आप यहां अपनी जड़ों को महसूस कर सकते हैं।
राष्ट्रपति ने युवा प्रवासियों को अपनेपन का एहसास कराते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय ही हमारी ताकत हैं। आज आप को सम्मानित कर खुद को अभिभूत महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि इस बार का आयोजन खास है। इस बार प्रवासी दिवस आयोजन में कुंभ व 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को भी शामिल किया गया है। चिर पुरातन शहर में सम्मेलन आयोजित कर इसे और खास बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद करता हूं कि आप सभी बनारस में भ्रमण कर आनंदित होंगे। ऐसे सम्मेलन से आप आपनी जड़ों से जुड़ते हैं और अपनों के बीच होते हैं। सम्मेलन में मारीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ, देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, विदेश मन्त्री सुषमा स्वराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की खास मौजूदगी रही। अतिथियों का स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
ये लोग हुए सम्मानित
सम्मेलन में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने वाले विशिष्ट प्रवासियों में निहाल सिंह आगर (ऑस्ट्रेलिया) सामाजिक सेवा, राजिंदर नाथ खजांची (भूटान) सिविल इंजीनियरिंग, रमेश छोटाई (कनाडा) व्यापार, अमित वाइकर ( चीन) व्यापार, मिस्र में भारतीय सामुदायिक संघ (मिस्र) सामुदायिक सेवा, मालिनी रंगनाथन (फ्रांस ) शिक्षा और कला, गुयाना हिंदू धर्म सभा (गुयाना) सामुदायिक सेवा, बिट्ठल दास माहेश्वरी (इटली) व्यापार, गुण शेखर मपुरी (जमैका) चिकित्सा विज्ञान और उद्यमिता, पीवी संबाशिव राव (केन्या) (प्रौद्योगिकी, प्रकाश माधवदास हेड़ा (केन्या) चिकित्सा विज्ञान, राजपाल त्यागी (कुवैत ) आर्किटेक्चर, बनवारीलाल सत्य नारायण गोयनका (म्यांमार) व्यवसाय प्रबंधन, भवदीप सिंह ढिल्लों (न्यूजीलैंड) व्यापार, हिमांशु गुलाटी (नॉर्वे) लोक सेवा, विनोदन वी तजिकुनियिल (ओमान) व्यापार, जगदेश्वर राव मद्दुकुरी (पोलैंड) उद्यमिता, पूर्णेंदु चंद्र तिवारी (कतर) प्रशिक्षण और सिमुलेशन,अनिल सुकलाल (दक्षिण अफ्रीका) कूटनीति, स्वामी शारदा प्रभानंद (दक्षिण अफ्रीका) सामुदायिक सेवा, राजेंद्र कुमार जोशी (स्विट्जरलैंड) विज्ञान, शमीम पारकर खान (तंजानिया) लोक सेवा, गिरीश पंत (संयुक्त अरब अमीरात) व्यापार, सुरेंद्र सिंह कंधारी (संयुक्त अरब अमीरात) व्यापार, जुलेखा दाऊद (संयुक्त अरब अमीरात) चिकित्सा विज्ञान और व्यवसाय, राजेश चपलोत ( युगांडा) चार्टर्ड अकाउंटेंसी, चंद्र शेखर मिश्रा (अमेरिका) विज्ञान, गीता गोपीनाथ (अमेरिका) शिक्षाविद, गीतेश जयंतीलाल देसाई (अमेरिका) स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, किरण छोटूभाई पटेल (अमेरिका) चिकित्सा विज्ञान शामिल रहे।
राष्ट्रपति बुधवार की शाम यहां तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन में मौजूद मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ का आभार जताकर राष्ट्रपति ने 30 विशिष्ट प्रवासी मेहमानों को सम्मानित किया और उन्हें बेहतर भविष्य की शुभकामना दी। राष्ट्रपति ने महिला सशक्तिकरण, देश में केन्द्र सरकार के चल रहे जन कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख कर कहा कि आज भारत दुनिया में नयी शक्ति के रूप में उभर रहा है। सरकार सभी प्रवासी भारतीयों के सुरक्षा पर खासा ध्यान दे रही है। राष्ट्रपति ने भारत की विविधता का जिक्र कर कहा कि भारत उत्सवों, पर्वों का देश है। आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती और प्रयागराज कुंभ के मौके पर आये हैं। आप यहां अपनी जड़ों को महसूस कर सकते हैं।
राष्ट्रपति ने युवा प्रवासियों को अपनेपन का एहसास कराते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय ही हमारी ताकत हैं। आज आप को सम्मानित कर खुद को अभिभूत महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि इस बार का आयोजन खास है। इस बार प्रवासी दिवस आयोजन में कुंभ व 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को भी शामिल किया गया है। चिर पुरातन शहर में सम्मेलन आयोजित कर इसे और खास बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद करता हूं कि आप सभी बनारस में भ्रमण कर आनंदित होंगे। ऐसे सम्मेलन से आप आपनी जड़ों से जुड़ते हैं और अपनों के बीच होते हैं। सम्मेलन में मारीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ, देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, विदेश मन्त्री सुषमा स्वराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की खास मौजूदगी रही। अतिथियों का स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
ये लोग हुए सम्मानित
सम्मेलन में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने वाले विशिष्ट प्रवासियों में निहाल सिंह आगर (ऑस्ट्रेलिया) सामाजिक सेवा, राजिंदर नाथ खजांची (भूटान) सिविल इंजीनियरिंग, रमेश छोटाई (कनाडा) व्यापार, अमित वाइकर ( चीन) व्यापार, मिस्र में भारतीय सामुदायिक संघ (मिस्र) सामुदायिक सेवा, मालिनी रंगनाथन (फ्रांस ) शिक्षा और कला, गुयाना हिंदू धर्म सभा (गुयाना) सामुदायिक सेवा, बिट्ठल दास माहेश्वरी (इटली) व्यापार, गुण शेखर मपुरी (जमैका) चिकित्सा विज्ञान और उद्यमिता, पीवी संबाशिव राव (केन्या) (प्रौद्योगिकी, प्रकाश माधवदास हेड़ा (केन्या) चिकित्सा विज्ञान, राजपाल त्यागी (कुवैत ) आर्किटेक्चर, बनवारीलाल सत्य नारायण गोयनका (म्यांमार) व्यवसाय प्रबंधन, भवदीप सिंह ढिल्लों (न्यूजीलैंड) व्यापार, हिमांशु गुलाटी (नॉर्वे) लोक सेवा, विनोदन वी तजिकुनियिल (ओमान) व्यापार, जगदेश्वर राव मद्दुकुरी (पोलैंड) उद्यमिता, पूर्णेंदु चंद्र तिवारी (कतर) प्रशिक्षण और सिमुलेशन,अनिल सुकलाल (दक्षिण अफ्रीका) कूटनीति, स्वामी शारदा प्रभानंद (दक्षिण अफ्रीका) सामुदायिक सेवा, राजेंद्र कुमार जोशी (स्विट्जरलैंड) विज्ञान, शमीम पारकर खान (तंजानिया) लोक सेवा, गिरीश पंत (संयुक्त अरब अमीरात) व्यापार, सुरेंद्र सिंह कंधारी (संयुक्त अरब अमीरात) व्यापार, जुलेखा दाऊद (संयुक्त अरब अमीरात) चिकित्सा विज्ञान और व्यवसाय, राजेश चपलोत ( युगांडा) चार्टर्ड अकाउंटेंसी, चंद्र शेखर मिश्रा (अमेरिका) विज्ञान, गीता गोपीनाथ (अमेरिका) शिक्षाविद, गीतेश जयंतीलाल देसाई (अमेरिका) स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, किरण छोटूभाई पटेल (अमेरिका) चिकित्सा विज्ञान शामिल रहे।