मॉरिशस के पीएम ने गंगा और भोजपुरी के प्रति समर्पण दिखाकर लोगों का दिल जीता

0

वाराणसी, 22 जनवरी (हि.स.)। मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने मंगलवार को अपने मूल वतन की जड़ों के साथ मां गंगा और भोजपुरी भाषा के प्रति समर्पण और सम्मान दिखा काशी सहित 20 करोड़ से अधिक भोजपुरिया लोगों का दिल जीत लिया।
प्रधानमंत्री जगननाथ का यह खुशमिजाज संवेदनशील व्यक्तित्व मंगलवार को प्रवासी भारतीय दिवस में दिखा। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे प्रधानमंत्री पी. जगन्नाथ ने अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सभी काशी में और अपनी जन्मभूमि भारत में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि बनारस से हम अपनी संस्कृति के साथ-साथ हम सब मां गंगा का आशीर्वाद लेकर जाएंगे। यह अनोखी सभ्यता हम अपने दिल में बसाकर ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और जनकल्याणकारी योजनाओं को गम्भीरता से उल्लेख कर कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना से ना सिर्फ भारत को लाभ मिल रहा है, बल्कि विश्व पटल पर भी इसका फायदा है। सम्मेलन में उस क्षण खूब तालियां बजी जब मेहमान प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में कहा जवन लोग यहां से मॉरिशस गयल रहनन, उन लोगन क संतान आपन शहर में आयल बा।
इतना सुनते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मौजूद प्रवासियों ने मेहमान प्रधानमंत्री के संजीदगी पर तालियां बजाई। मेहमान प्रधानमंत्री ने भावुक होकर लोगों को अपने भाषा के प्रति सम्मान को बताया। उन्होंने हिन्दी में कहा कि भाषा गई तो संस्कृति गई। इस बात को बखूबी भारतीय जानते हैं।
मेहमान प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अन्त भी भोजपुरी में किया। कार्यक्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मारिशस को छोटा भारत कहकर इस देश के प्रति सम्मान दिखाया। उन्होंने मेहमान प्रधानमंत्री के बारे में बताया कि नवरात्र ​के दिनों में पुरी तरह शाकाहारी व्यंजन ही खाते हैं। मकर संक्रान्ति के दिन घर में खिचड़ी बनवा कर पूर्वजों की परम्परा को निभाते है।
मेहमान प्रधानमंत्री ने पूर्वजों की बरसों की परम्परा रिश्तों को सजों कर रखा है, इसकी जितनी भी तारीफ की जाय कम है।
सम्मेलन में प्रधानमंत्री के नेतृत्व और आयोजन की सफलता को बताते-बताते विदेश मंत्री मुख्य अतिथि के बारे में बोलना भुल गई। बाद में इसे समझते ही विदेश मंत्री ने तत्काल इसकी भरपाई कर दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मेहमान प्रधानमंत्री और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री अनिरूद्ध जगन्नाथ के साथ भारत के रिश्तों को याद कर दोनों देशोें के सम्बन्धों में नई ऊर्जा फूंक दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जोशीले गर्माहट भरे दोस्ती के रिश्तों को वहां मौजूद लोगों ने महसूस किया।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *