चंडीगढ़, 25 दिसम्बर (हि.स.)। पंजाब में बिजली उपभोक्ताओं पर फिर से करंट लगने वाला है। नए वर्ष 2020 से बिजली की दर में वृद्धि किये जाने की तैयारी है। पंजाब राज्य बिजली रेगुलेटरी कमीशन की सिफारिशों के अनुसार उपभोक्ताओं पर 1490 करोड़ रुपये का बोझ डालने की तैयारी है। अगर नई दरें लागू होती हैं तो घरेलू बिजली 30 पैसे प्रति यूनिट और उद्योगों के लिए 29 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो जाएगी। वास्तव में निजी थर्मल प्लांटों ने सुप्रीम कोर्ट में एक केस दायर करके कोयले की धुलाई की राशि राज्य सरकार से वसूलने की मांग की थी और इस केस में उनकी जीत हुई है।
इधर पंजाब सरकार अमीर किसानों को मुफ्त बिजली बांटने पर विचार तो कर रही है परन्तु इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है। हालांकि प्रस्तावित वृद्धि का असर खेतीबाड़ी के लिए दी जा रही बिजली पर भी पड़ेगा, परन्तु यह राशि सरकार ही अदा करती है। गौरतलब है कि पंजाब राज्य पावर कार्पोरेशन लिमटेड नाभा पावर प्लांट और तलवंडी साहिब पावर लिमिटेड पहले से ही अदालत के निर्देशों पर 1424 करोड़ रुपये वसूल चुकी है और इसके अतिरिक्त 1300 करोड़ रुपये लेने के लिए दोनों प्लांटों ने कोर्ट में केस किया हुआ है।