नई दिल्ली, 22 दिसम्बर (हि.स.)। भारत बॉन्ड ईटीएफ को निवेशकों ने हाथों हाथ लिया है। यह 1.7 गुना बोलियों के साथ शुक्रवार को बंद हो गया। बॉन्ड के जरिए 12 हजार करोड़ रुपये जुटाए गए। इस रकम का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पूंजी व्यय में होगा। गौरतलब है कि इस ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) का आकार 7 हजार करोड़ रुपये था।
सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पाण्डेय ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा है कि भारत के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ को विभिन्न खंड के निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। यह 1.7 गुना सब्क्राइव हुआ, जिससे करीब 12 हजार करोड़ रुपये की राशि जुटाए गए। गौरतलब है कि ईटीएफ में अप्रवासी भारतीयों (एनआरई) ने इसके जरिए निवेश में दिलचस्पी दिखाई है।
इस स्कीम में दो विकल्प मौजूद है। इसमें एक ऑप्शन की परिपक्वता अवधि (मैच्यूरिटी पीरियड) तीन साल और दूसरे की 10 साल है। यानी एक साल 2023 में मैच्योर होगा, जबकि दूसरा 2030 में। इसमें सिर्फ ग्रोथ ऑप्शन मिलेगा, डिविडेंड ऑप्शन नहीं मिलेगा।