जिम्मेदारी लेने से एक बल्लेबाज के रूप में परिपक्व होने में मिली मदद : अय्यर

0

उन्होंने कहा कि करियर की शुरुआत में वह इतने जिम्मेदार नहीं थे लेकिन अब वह अपने खेल को बखूबी समझते हैं।



कटक, 21 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का कहना है कि उन्हें जिम्मेदारी लेने से एक बल्लेबाज के रूप में परिपक्व होने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि करियर की शुरुआत में वह इतने जिम्मेदार नहीं थे लेकिन अब वह अपने खेल को बखूबी समझते हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेली जा रही है। श्रृंखला के अब तक दो मुकाबले हो चुके हैं। पहला मैच वेस्टइंडीज ने जीता, जबकि दूसरा भारत ने जीता। इसी के साथ श्रृंखला एक-एक से बराबर है। श्रृंखला का आखिरी एवं निर्णायक मुकाबला रविवार को कटक के बाराबती स्टेडियम में खेला जाएगा।
मैच से पहले यहां शनिवार को पत्रकार वार्ता में युवा बल्लेबाज अय्यर ने कहा कि प्रथम श्रेणी करियर के दौर में मैं आक्रामक था और कभी जिम्मेदारी नहीं लेता था लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि जब आप उच्चतम स्तर पर खेलते हों, तो आपको जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके बाद मैंने वही किया। अब मैं स्ट्रोक्स भी लगा सकता हूं और एक रन भी ले सकता हूं, इसलिए मैं अपने खेल को अब बखूबी समझता हूं और उसी के अनुसार खेलता हूं।
निर्णायक मुकाबले को लेकर अय्यर ने कहा कि जिस तरह हम पिछले मैच में खेले थे। उसी माइंडसेट के साथ हम आखिरी मुकाबले में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह दूसरे मुकाबले में हमारे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, उसी तरह निर्णायक मैच में भी कोई न कोई यह जिम्मेदारी लेगा।

 


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *