नई दिल्ली, 20 दिसम्बर (हि.स.)। दिल्ली हाईकोर्ट उन वकीलों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिन्होंने 19 दिसम्बर को जामिया हिंसा मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट के प्रति अपमानजनक शब्द कहे। चीफ जस्टिस डीएन पटेल ने कहा कि वह मामले में जांच के लिए एक कमेटी बनाएंगे और फिर उचित कार्रवाई करेंगे।
दरअसल इस मामले पर कुछ वकीलों ने शुक्रवार को हाईकोर्ट से अनुरोध किया कि वह 19 दिसम्बर को मामले में सुनवाई के दौरान वकीलों के कथित अपमानजनक रवैये पर संज्ञान ले और अवमानना की कार्रवाई शुरू करे। अंतरिम राहत न मिलने पर वकीलों ने बेंच के सामने अपमानजनक शब्द कहे थे।
19 दिसम्बर को दिल्ली हाईकोर्ट ने छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर रोक की मांग ठुकरा दी थी। उसके बाद चीफ जस्टिस डीएन पटेल की कोर्ट में ही कुछ वकीलों ने शर्म-शर्म के नारे लगाए थे। चीफ जस्टिस बिना कोई रिएक्शन दिए उठकर अपने चैम्बर में चले गए।
हाईकोर्ट ने केंद्र और दिल्ली पुलिस को 4 फरवरी तक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के दो छात्रों और जामा मस्जिद के इमाम ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हिरासत में रखे गए छात्रों को रिहा करने की मांग की। याचिका में ये भी मांग की गई है कि अथॉरिटी एक लिस्ट बनाए, जिसमें जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हिरासत में रखे गए छात्रों के पूरी जानकारी हो।