जालंधर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। लवली प्रोफेशनल यूनीवर्सिर्टी (एलपीयू) ने फ्रेंच अध्ययन और गतिविधियों के लिए अपने कैंपस में ई-स्पेस फ्रांस सेंटर खोलने वाली भारत की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। यह केंद्र मुख्यतः फ्रांसीसी गतिविधियों के लिए भारत में बना प्रमुख केंद्र है जो कि सांस्कृतिक, भाषा, शिक्षा या कूटनीति के क्षेत्र मेें काम कर रहा है। बहुत अल्प समय में ही फ्रांसीसी सरकार के साथ एलपीयू का यह रिश्ता कायम हुआ।
शैक्षिक सहयोग बढ़ाने के लिए इंडो-फ्रेंच यूनिवर्सिटियों के एक कंसोर्टियम की स्थापना की गई है। भारतीय और फ्रांसीसी यूनिवर्सिटियों के बीच लगभग 300 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। एलपीयू कैंपस में ई-स्पेस फ्रांस सेंटर खोलने से दोनों देशों के बीच इस तरह का सहयोग और मजबूत होगा।
असल में एलपीयू के पास पहले से ही आईएमटी लिली, ईपीएफ, आईएसईपी, ईएसआईजीईएलईसी, नैनटेस और अन्य फ्रांसीसी यूनिवर्सिटियों और संस्थानों के साथ मजबूत संबंध हैं। एलपीयू में इस केंद्र के उद्घाटन के लिए काउंसलर फॉर को-ऑपरेशन एंड कल्चरल अफेयर एंड कंट्री, इंस्टीट्यूट के निदेशक ब्रट्रेंड डी हार्टिंग ने पांच सदस्यीय फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।
प्रतिनिधिमंडल में निदेशक, इंस्टीटयूट फ्रैंच चंडीगढ़, सिल्वेन चाउन शामिल थे। कैंपस फ्रांस के मैनेजर चंडीगढ़ से निधि चोपड़ा, विज्ञान और शैक्षणिक उत्तर और पूर्वी क्षेत्र से एमिलिया कार्टियर मौजूद थे। फ्रेंच भाषा को पहले से ही एलपीयू पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है और इसे इलेकटिव सबजेक्ट के रूप में पेश किया गया है। यह एलपीयू के छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय विदेशी भाषा है। यह एलपीयू में पांच सबसे मजबूत शैक्षिक सदस्यों जो कि जेएनयू,दिल्ली यूनिवर्सिटी,मुंबई यूनिवर्सिटी,एलायंस फ्रांस और पंजाब यूनिवर्सिटी से हैं, ने एलपीयू को ज्वाइंन किया है। उल्लेखनीय है कि फ्रांसीसी सरकार लोगों के लिए काफी मात्रा में छात्रवृत्ति का अवसर प्रदान करती है।
दोनों फ्रेंच डेलिगेशन और एलपीयू टीम ऑफ डिवीजन ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन को बधाई देते हुए एलपीयू के चांसलर अशोक मित्तल ने कहा कि कैंपस में फ्रेंच सेंटर स्थापित करने के लिए इस महत्वपूर्ण गठबंधन पर मुझे अति खुशी है। हमारे कई छात्र फ्रांस में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम पर गए हैं और फ्रांसीसी शिक्षा और संस्कृति की गहन प्रशंसा और समझ के साथ वापस आए हैं।
चांसलर ने यह भी कहा कि जिस तरह से एलपीयू में फ्रांसीसी शिक्षा को बढ़ावा दिया जाता है आगे और शिक्षा प्राप्त करने के लिए फ्रांस में छात्रों के प्रवाह का एक बहुत बड़ा लक्ष्य आसानी से एलपीयू से प्राप्त किया जा सकता है। इस मौके पर फ्रांसिसी भाषा के विद्वान डा. डी हर्टिंग ने कहा कि यह केंद्र भविष्य में फ्रांसिसी भाषा के भारत में विकास की राह में मील पत्थर साबित होगा।
इससे पहले, कैंपस में फ्रेंच प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, एलपीयू के डिवीजन ऑफ इंटरनेशनल अफेयर के एडीशनल डायरेक्टर अमन मित्तल ने कहा कि एलपीयू के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि भारत का पहला ई-स्पेस फ्रांस सेंटर अपने कैंपस में खोला गया है। यह एलपीयू के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि फ्रांसीसी सरकार के साथ इसका संबंध बहुत पुराना नहीं है और यह एक वर्ष से भी कम समय पहले शुरू हुआ था। हमने भारत में विभिन्न फ्रांसीसी संगठनों के साथ मजबूत सहयोग भी विकसित किया है जिसमें कि एलायंस फ्रांस, इंस्टीटयूट फ्रैंक और एनआई शामिल हैं। इसके साथ, हम फ्रांसीसी यूनिवर्सिटियों और संस्थानों के साथ मजबूत संबंध विकसित करने में सक्षम हुए हैं, जिनमें आईएमटी लिली, ईपीएफ, आईएसईपी, ईएसआईजीईएलईसी, नैनटेस यूनिवर्सिटी और कई और अधिक शामिल हैं। अमन मित्तल ने एलपीयू में बहुत कम समय में केंद्र की स्थापना और तेजी से विकास के लिए डॉ डी हर्टिंग और उनकी समर्पित टीम का धन्यवाद किया।