नई दिल्ली, 22 नवम्बर (हि.स.)। कांग्रेस सांसदों ने शुक्रवार को इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को पारित कर देश की जनता और लोकतांत्रिक संस्थाओं को धोखा दिया है ताकि वो खुद को और अधिक धनाढ्य बना सके।
प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद गुलामनबी आजाद, आनंद शर्मा, पीएल पुनिया, शशि थरूर और मनीष तिवारी सहित पार्टी के अन्य सांसद शामिल थे। उन्होंने पार्टियों द्वारा चंदा लेने की इलेक्टोरल बांड योजना की नियमावली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए चुप्पी तोड़ने को कहा।
इससे पहले गुरुवार को भी कांग्रेस ने लोकसभा में इलेक्टोरल बांड में पारदर्शिता के अभाव का मुद्दा उठाया था। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा था कि इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और चुनाव आयोग में अपने-अपने स्तर पर आपत्तियां जताईं, इसके बावजूद सरकार ने इस योजना को लागू करवाया।
उल्लेखनीय है कि इलेक्टोरल बांड योजना के तहत कोई भी दानदाता सरकारी बैंकों से एक निश्चित समयावधि के दौरान इलेक्टोरल बांड खरीद सकता है। इन बांड को वह आगे किसी भी पार्टी को दे सकता है, जिसके बदले पार्टियां बैंकों से धन ले सकती है। इसमें दानदाता की पहचान छिपी रहती है।