लुधियाना, 20 नवम्बर (हि.स.)। टयोटा ग्रुप के लिए मैटेरियल तैयार करने वाली जापान की आईची स्टील अब वर्धमान स्पेशल स्टील्स के साथ मिल कर 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वर्धमान स्टील्स की देश में 1.2 बिलियन अमरीकी डालॅर व आईची की अपने देश में 2.4 बिलियन अमरीकी डालर की टर्नओवर है। आईची ने वर्धमान स्पेशल स्टील्स लिमिटेड के 11.4 प्रतिशत शेयर खरीद कर निवेश किया गया है।
वर्धमान स्पेशल स्टील्स के वाइस प्रेसीडेंट व मैनेजिंग डायरेक्टर सचित जैन ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से भी औद्योगिक नीतियों में काफी सुधार किया गया है। जिसके चलते ही अनुकूल वातावरण बनने के कारण कई विदेशी कंपनियों ने पंजाब में निवेश करने के लिए रुख किया है।
आईची कंपनी के प्रबंधकों की इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ भी बैठकें हो चुकी हैं। सचित ने बताया कि इस निवेश के कारण कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़कर 2 लाख 40 टन से अधिक हो जाएगी और क्वालिटी में भी सुधार होगा। रोजगार के साधन भी विकसित होगें। स्टील को साउथ एशिया यूरोप के देशों में भी एक्सपोर्ट किया जाएगा। इससे पहले भी आईची के प्रेसीडेंट तखारियो फुजियोका के साथ सात मिलियन डॉलर की डील की गई थी।
जापान की कंपनी प्रोजेक्ट के लिए हर तीन साल के लिए अपने तीन लोगों को भेजेगी । इसके अलावा कंपनी के इंजीनियर व अन्य अफसर भी आते रहेंगे। यह कंपनी आटोमोटिव इंडस्ट्री को उसकी जरूरत के अनुसार हाई क्वालिटी स्तर का स्टील सप्लाई करने में समर्थ होगी। इस पाटर्नरशिप का मुख्य उद्देश देश की आटोमोटिव कंपनियों के लिए विशेष स्टील ग्रेड विकसित करना है।
उन्होंने कहा कि पंजाब अधीन शुरू की गई वन स्टाप क्लीरेंस प्रणाली उद्योगपतियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो रही है। पंजाब सरकार उद्याोगपतियों को राज्य में उद्योग के विकास के लिए काफी सहायता दे रही है। सरकार की तरफ से इसके लिए सस्ती बिजली, जीएसटी, लैंड ओनरशिप, स्टाम्प ड्यूटी समेत कई अन्य रियायतें दी जा रही हैं।