नई दिल्ली, 06 नवम्बर (हि.स.)। पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे दिल्ली पुलिस के जवानों की मांग है कि जिन वकीलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। सिर्फ पुलिसकर्मियों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई क्यों की जा रही है। प्रदर्शन कर रहे जवानों की 10 मांग थी। जवान चाहते हैं कि निचले कर्मचारियों के लिए भी पुलिस एसोसिएशन हो। पुलिस प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की गई। पुलिस अफसरों और जवानों पर दर्ज केस वापस करने की मांग की गई है। वहीं मंगलवार देर रात पुलिस कमिश्नर व अन्य अफसरों की भारत सरकार के अधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद चार बिंदुओं पर फैसला लिया गया।
इन बिंदुओं पर हुआ फैसला
–पुलिस कमिशनर की तरफ से प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों को भरोसा दिया गया। रविवार को हाईकोर्ट की तरफ से तीस हजारी प्रकरण को लेकर जारी किए गए दिशा निर्देशों के संबंध में दिल्ली पुलिस की तरफ से एक रिव्यू पिटीशन दायर की जाएगी।
–घायल पुलिसकर्मियों को महकमे की तरफ से सभी संभावित मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
–घायल पुलिसकर्मियों को 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
–साकेत कोर्ट के बाहर पुलिसकर्मी से बदसलूकी के मामले में केस दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाएगी।