न्यूयॉर्क, 04 नवम्बर (हि.स.)। टाटा न्यू यॉर्क सिटी मैराथन में एक के बाद एक रिकॉर्ड की ओर बढ़ रही मैरी किटनी पिछड़ गई हैं। लेकिन लंबी दूरी के धावकों में केन्याई धावक-धाविकाओं ने दुनियाभर में एक बार फिर अपना वर्चस्व स्थापित कर दिया।
पहली बार न्यू यॉर्क सिटी मैराथन में भाग लेने वाली जैसलिन जेपकोसगी ने 26 मील की दूरी दो घंटे 22 मिनट 38 सेकंड में पूरी कर दस लाख से अधिक दर्शकों को हतप्रभ कर दिया। उसने चार बार न्यू यॉर्क सिटी मैराथन जीतने वाली 37 वर्षीय अनुभवी मैरी किटनी को पछाड़ दिया।
हाफ मैराथन में रिकॉर्ड होल्डर जेपकोसगी ने पहली फुल मैराथन जीतने के बाद कहा कि बेशक मैरी किटनी ज्यादा अनुभवी हैं, लेकिन अंतिम क्षण तक उसकी कोशिश मैरी को पछाड़ने की रही। इसके लिए अंतिम कुछ मीलों में वह पीछे मुड़कर देखती रहती थी।
पुरुष मैराथन दौड़ में भी केन्याई धावक जेफरी कमवारोर कड़े मुकाबले में दो घंटे 8.13 सेकंड में विजयी रहा। दो साल पहले वह तीसरे स्थान पर था। उसने कहा 24 मील के बाद उसे लगा कि वह आखिरी दो मील में उसे हर संभव बाजी जीतनी है। हालांकि उस समय मुकाबले में केन्या के ही अलबर्ट कोरिर (2.8.36), ईथोपिया के गिरिमा बेकल गेबरे (2.8.38) रहे।
मैराथन कलैंडर में न्यूयॉर्क अंतिम दौड़ है। अब इन धावकों को अगले साल टोकियो ओलिंपिक में अपना पूरा ध्यान लगाना होगा। इस दौड़ में पुरुष-महिला विजेता को एक-एक लाख और उपविजेताओं को साठ-साठ हजार डॉलर इनाम में दिए गए।
इस बार न्यू यॉर्क सिटी मैराथन की यह भी खासियत रही कि यह बिना किसी विवाद के सम्पन्न हो गई। हालांकि मैराथन दौड़ में जूते बनाने वाली कंपनियों में मुख्यत: नाइक और इसके चहेते एथलीटों को लेकर विवाद होते रहे हैं।
केन्या के नामी धावक ईलिड किपचोग ने विएना मैराथन में अक्टूबर, 2012 में पहली बार दो घंटे की समय सीमा को पार करते हुए एक घंटा 59 मिनट और 40 सेकंड में दौड़ जीती थी, लेकिन यह दौड़ एथलीट और जूते को लेकर विवादों में घिर गई। यही नहीं, इसी धावक ने बर्लिन मैराथन में दो मिनट 39 सेकेंड दौड़ पूरी की थी।