शिमला, 05 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी शिमला के पर्यटन व्यवसाय पर भी आर्थिक मंदी की मार पड़ी है। पर्यटकों से गुलजार रहने वाले इस शहर में इन दिनों सन्नाटा छाया हुआ है। यहां घूमने आने वाले पर्यटकों की तादाद में काफी कमी आई है। सप्ताह अंत को छोड़कर अन्य दिनों में कम पर्यटक शिमला पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि यहां के होटलों के 75 से 80 फीसद कमरे खाली पड़े हैं।
सुहावने मौसम के बावजूद पर्यटक इस रमणीक स्थल के लिए आकर्षित नहीं हो पा रहे हैं। अब पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को विंटर सीजन के दौरान पर्यटकों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। दिसंबर में बर्फबारी होने की यहां पर पूरी संभावना रहती है। ऐसे में बर्फ के बीच व्हाइट क्रिसमस मनाने की आस में हर साल हजारों सैलानी पहुंचते हैं। क्रिसमस के बाद यहां पर न्यू ईयर मनाने के लिए भी काफी तादाद में पर्यटक पहुंचते हैं।
होटल एवं रेस्टोरेंट संघ शिमला के प्रधान संजय सूद ने बताया कि पर्यटन कारोबार में मंदी का प्रभाव है और इसका पर्यटकों की आवक पर असर हुआ है। अर्थव्यवस्था में गिरावट के कारण कम पर्यटक शिमला का रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगस्त और सितम्बर के महीनों में शहर के करीब 40 फीसदी तक होटल पर्यटकों से भरे रहते हैं लेकिन इस बार मात्र 20 फीसदी होटल ही पर्यटकों से भरे हैं।