सब्सिडी खत्म होने के बावजूद हज यात्रियों के हवाई खर्च पर 57 करोड़ की बचत: नकवी

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नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहां कहा कि हज सब्सिडी खत्म किये जाने के बावजूद इस बार सरकारी व्यवस्था से जाने वाले भारतीय हज यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए 57 करोड़ रुपये कम देना पड़ेगा।

शनिवार को हज कोऑर्डिनेटर, असिस्टेंट हज ऑफिसर, हज असिस्टेंट के ट्रेनिंग कैंप को सम्बोधित करते हुए श्री नकवी ने कहा कि 2017 में 1 लाख 24 हजार 852 हाजियों के लिए 1030 करोड़ रुपये एयरलाइन्स कंपनियों को हवाई किराये के रूप में दिए गए थे जबकि 2018 में हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से जाने वाले 1 लाख 28 हजार 702 हाजियों के लिए 973 करोड रुपये दिए जाएंगे जो पिछले वर्ष के मुकाबले 57 करोड़ रुपये कम है।

श्री नकवी ने कहा कि इस वर्ष हज के लिए कुल 3 लाख 55 हजार 604 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 1 लाख 89 हजार 217 पुरुष और 1 लाख 66 हजार 387 महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही देश से पहली बार मुस्लिम महिलाएं बिना ‘मेहरम’ (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जा रही हैं। बिना ‘मेहरम’ के हज पर 1308 महिलाएं जा रही हैं।

श्री नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी खत्म होने और सऊदी अरब में विभिन्न नए करों के बावजूद आजादी के बाद पहली बार सबसे ज्यादा भारतीय मुस्लिम 2018 में हज यात्रा करेंगे। आजादी के बाद पहली बार भारत से रिकॉर्ड 1 लाख 75 हजार 25 मुसलमान हज 2018 के लिए जाएंगे। इस वर्ष हज पर जाने वालों में रिकॉर्ड 47 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। श्री नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी खत्म होने और सऊदी अरब में विभिन्न करों में वृद्धि के बावजूद भारत से जाने वाले हज यात्री पर कोई नाजायज बोझ नहीं पड़ने दिया जा रहा है।

श्री नकवी ने कहा कि भारत से पहली बार बड़ी संख्या में महिला हज कोऑर्डिनेटर, हज असिस्टेंट और खादिम उल हुज्जाज, डॉक्टर, पैरा मेडिक्स सऊदी अरब में हज व्यवस्था में सहयोग करने जा रही हैं। कुल 98 महिला असिस्टेंट हज ऑफिसर, हज असिस्टेंट, हज कोऑर्डिनेटर, महिला डॉक्टर, महिला पैरा-मेडिक्स सऊदी अरब जा रही हैं। इस ट्रेनिंग कैंप में अल्पसंख्यक मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय आदि के प्रतिनिधियों ने इन हज असिस्टेंटव कोऑर्डिनेटर को हज, हाजियों के स्वास्थ्य, परिवहन, आवास, सुरक्षा आदि से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां दी।

अहमदाबाद से 6700, औरंगाबाद से 350, बेंगलुरु से 5550, भोपाल से 254, कोचीन से 11700, चेन्नई से 4000, दिल्ली से 19000, गया से 5140, गोवा से 450, गुवाहाटी से 2950, हैदराबाद से 7600, जयपुर से 5500, कोलकाता से 11610, लखनऊ से 14500, मंगलौर से 430, मुंबई से 14200, नागपुर से 2800, रांची से 2100, श्रीनगर से 8950, वाराणसी से 3250 लोग इस वर्ष हर्ष पर जा रहे हैं, जो अब तक की रिकॉर्ड संख्या होगी। 14 जुलाई 2018 को दिल्ली, गया, गुवाहाटी, लखनऊ और श्रीनगर से हज यात्री रवाना होंगे।

17 जुलाई 2018 को कोलकाता से, 20 जुलाई को वाराणसी से, 21 जुलाई को मंगलोर से, 26 जुलाई को गोवा से, 29 जुलाई को औरंगाबाद, चेन्नई, मुंबई, नागपुर से, 30 जुलाई को रांची से, 01 अगस्त को अहमदाबाद, बंगलुरु, कोचीन, हैदराबाद, जयपुर से और 03 अगस्त को भोपाल से हज यात्री रवाना होंगे।


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