कोलकाता, 20 मई (हि.स.)। भीषण चक्रवाती तूफान “अम्पन” और अधिक खतरनाक रूप लेता जा रहा है। अलीपुर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक गणेश कुमार दास ने बुधवार सुबह बताया कि इसकी गति और अधिक बढ़कर अधिकतम 185 किलोमीटर से बढ़कर 200 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। किसी भी क्षेत्र में इतनी तेज गति से हवा चलने पर भारी तबाही मच सकती है। इससे जानमाल के नुकसान की आशंका और अधिक बढ़ गई है। बुधवार दोपहर के समय यह ओडिशा के पारादीप समुद्र तट से टकराएगा। तब इसकी गति 185 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। इसके थोड़े ही देर बाद अपराह्न के समय यह पूर्व मेदिनीपुर के दीघा समुद्र तट से टकरा सकता है। यहां भी इसकी गति 185 से बढ़कर 200 किलोमीटर प्रति घंटे पर पहुंच सकती है। इससे जानमाल के नुकसान की आशंका और अधिक बढ़ गई है। हालांकि मौसम विभाग से अलर्ट मिलने के बाद राज्य सरकारों ने पहले से ही एहतियाती कदम उठा लिया है।
बंगाल सचिवालय नवान्न में कंट्रोल रूम खोला गया है जिसके निगरानी खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं। 19 कंपनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा एसडीआरएफ भी राज्य प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है। दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर में करीब चार लाख लोगों को कच्चे मकानों से निकालकर पक्के मकानों में शिफ्ट कर दिया गया है। चक्रवात से निपटने के लिए आर्मी, एयरफोर्स, नेवी के साथ-साथ इंडियन कोस्ट गार्ड और बीएसएफ ने भी कमर कस ली है। नेवी की एक गोताखोर टीम मंगलवार को ही कोलकाता पहुंच चुकी है और एक दूसरी टुकड़ी चिल्का में है। हालात बिगड़ने पर उस टुकड़ी को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया जाएगा।
इधर मौसम विभाग के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक गणेश कुमार दास ने बताया कि मंगलवार रात ढाई बजे के करीब चक्रवात 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बांग्लादेश के समुद्र तट की ओर बढ़ रहा था लेकिन अब इसकी गति बढ़ गई है। यह 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से समुद्र तट की ओर बढ़ने लगा है। सुबह साढ़े सात बजे के करीब राजधानी कोलकाता से इसकी दूरी 333 किलोमीटर दक्षिण -दक्षिण पश्चिम में है। जिस दीघा के समुद्र तट से या तूफान टकराएगा वहां से इसकी दूरी महज 225 किलोमीटर दक्षिण है। दीघा से टकराने के साथ ही चक्रवात दक्षिण 24 परगना के सुंदरबन सागर तट से होते हुए गुजरेगा। इसलिए दक्षिण 24 परगना से दीघा के बीच पड़ने वाले कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना तथा पूर्व मेदिनीपुर में यह भारी तांडव मचा सकता है। कोलकाता में भी 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे पेड़ों के टूटने, लैंप पोस्ट, बिजली के खंभों और टेलीफोन के तार आदि के टूटने की संभावना है। इसलिए राज्य सरकार ने लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। कोलकाता नगर निगम और लाल बाजार कोलकाता पुलिस मुख्यालय में कंट्रोल रूम पहले ही खोल दिए गए हैं राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1070 पहले ही जारी कर दिया है। इसके अलावा कई लैंडलाइन नंबर भी शुरू किए गए हैं। लोगों से घरों के दरवाजे, खिड़कियां पूरी तरह से बंद रखने की हिदायत दी गई है।