पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ 20 उग्रवादी थे मुठभेड़ में शामिल
रांची, 18 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम सिंहभूम (चाईबासा) में गुदड़ी व रनिया सीमा पर हुई मुठभेड़ में पीएलएफआई के उग्रवादी काफी संख्या में मौजूद थे। मुठभेड़ में पीएलएफआई के जोनल कमांडर शनिचर सुरीन को सुरक्षाबलों की आठ गोली लगी, जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।
चाईबासा के एसपी अजय लिंडा ने पुलिस मुख्यालय में शनिवार को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई उग्रवादियों का सुप्रीमो दिनेश गोप व जोनल कमांडर शनिचर सुरीन दस्ते के साथ गुदड़ी थाना क्षेत्र में घुम रहे हैं। दस्ते में लगभग 20 उग्रवादी शामिल हैं। सूचना के आधार पर पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस व खूंटी की पुलिस ने उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाया। इसी क्रम में शुक्रवार रात को पुलिस पार्टी जैसे ही बड़ाकेसल के पहाड़ी व घने जंगल में पहुंची। उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की ओर से भी कई राउंड गोलियां चलाई गईं। देर रात को चली इस मुठभेड़ के बाद पुलिस को भारी पड़ता देख सभी उग्रवादी फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान के क्रम में मौके से शनिचर सुरीन का शव बरामद किया गया। उसकी मौत गोली लगने से हुई थी। मौके से पिस्टल, बाइक सहित उग्रवादियों के कई सामान भी बरामद किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि शनिचर सुरीन के खिलाफ हत्या, डकैती, लूट, आगजनी, रंगदारी व पुलिस पार्टी पर हमला करने सहित खिलाफ कुल 84 मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न थानों में 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जबकि खूंटी जिले में 32 और गुमला में दो कांड दर्ज हैं।