आकाशीय बिजली गिरने से राजस्थान में 20 की मौत

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जयपुर, 12 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान में लम्बे समय बाद सक्रिय हुआ मानसून अपने साथ आफत लेकर आया है। राज्य में सोमवार सुबह तक मानसूनी बरसात के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से अलग अलग हादसों में 20 व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग घायल हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में दाखिल करवाया गया है। मृतकों में जयपुर के 11, कोटा जिले चार, धौलपुर के तीन और झालावाड़ और बारां का एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।

उल्लेखनीय है कि रविवार शाम करीब सात बजे जयपुर के ऐतिहासिक आमेर महल के सामने स्थित वॉच टॉवर पर आकाशीय बिजली गिरी। इस दौरान टॉवर पर करीब 27 सैलानी मौजूद थे और बारिश का लुफ्त उठाते हुए सैल्फी लेने में मशगूल थे। तेज बारिश के दौरान ही अचानक गिरी बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद से शुरू हुआ पुलिस और राज्य आपदा एवं राहत प्रबंधन की टीम की ओर से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन सोमवार दोपहर पूरा हो गया है।

हादसे में 12 साल के जीशान्त निवासी हांडीपुरा आमेर, 22 साल के शोएब निवासी छोटी चौपड़, 24 साल के शाकिब निवासी घाटगेट, 21 साल के नाजिम निवासी शांति कॉलोनी, 22 साल के आरिफ निवासी चार दरवाजा शहीद कॉलोनी, 25 साल के राजा दास निवासी राजापार्क, 25 साल के अभिनीष निवासी जनता कॉलोनी, 20 साल के वैभव जाखड़ निवासी आनंद नगर सीकर, अमृतसर के 27 साल के अमित शर्मा और 25 साल की शिवानी शर्मा तथा अमन मीणा की मौत हुई है। जबकि 16 से अधिक लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती करवाया गया।

विधायक महेश जोशी, अमीन कागजी, पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर अंतरसिंह नेहरा समेत कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर जयपुर शहर राहुल प्रकाश ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि सोमवार दोपहर तक सर्च ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। इस दौरान ड्रोन से चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा चुकी है। हादसें में 11 लोगों मौत हुई है जबकि 16 से अधिक लोग घायल हुए है जिन्हें उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल के लिए दाखिल करवाया गया है।

दूसरी तरफ, कोटा से 50 किमी दूर दरा के पास कनवास कस्बे से सटे गरडा गांव में रविवार शाम बिजली गिरने से चार बच्चों 15 वर्षीय विक्रम एवं राघेय, 12 वर्षीय अर्जुन एवं 8 वर्षीय राकेश की मौत हो गई। सभी मृतक बच्चे बकरियां चरा रहे थे। जिनकी 11 बकरियों ने भी दम तोड़ दिया। आकाशीय बिजली गिरने से गांव की 65 वर्षीया फूलीबाई एवं चार अन्य बच्चे भी झुलस गए। घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एक अन्य हादसा धौलपुर में हुआ, जहां बाडी उपखंड क्षेत्र के बसई डांग थाना इलाके के गांव कुदिन्ना में करीब आधा दर्जन बच्चे अपनी बकरियां चराने जंगल में गए थे। दोपहर में बरसात शुरू हो गई तथा आकाशीय बिजली गिरी। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में 15 वर्षीय लवकुश पुत्र अतरा तथा 10 वर्षीय विपिन एवं 08 वर्षीय भोलू पुत्र रामवीर शामिल हैं। तीनों मृतकों के शवों को बाडी के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिए हैं।

झालावाड जिले के सुनेल थाना क्षेत्र के चचलाई गांव में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई, 2 युवतियां घायल हुई और 2 भैसों की भी मौत हुई हैं। बारां जिले के केलवाडा उपखंड क्षेत्र के बहराई गांव में खेत पर काम करने के दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं एक अन्य घायल हो गया।


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