बिजनौर, 18 दिसम्बर (हि.स.)। बिजनौर की सीजेएम कोर्ट के अन्दर मंगलवार को जज के सामने बदमाश की हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने जजी चौकी प्रभारी समेत 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। फरार बदमाश की तलाश के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है।
जनपद के नजीबाबाद में 28 मई 2019 को बसपा नेता अहसान और उनके भांजे शादाब की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कुख्यात बदमाश शाहनवाज आरोपी था। मंगलवार को उसकी सीजेएम कोर्ट में पेशी थी। कोर्ट में जज के सामने ही बदमाशों ने शाहनवाज की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। इस गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी और कोर्ट मुहर्रिर भी घायल हो गए। इसी बीच शाहनवाज का साथी जब्बार मौके से फरार हो गया था। अदालत के अन्दर हुए इस हत्याकांड की गूंज पूरे प्रदेश में सुनाई दी। हालांकि पुलिस ने कोर्ट रूम का दरवाजा बंद करके तीनों शूटरों को पकड़ लिया था लेकिन इस घटना से कोर्ट परिसर में पुलिस सुरक्षा की पोल खुल गई। इस हत्या में बसपा नेता अहसान का बेटा साहिल और उसके साथी अफराज व सुमित शामिल थे। साहिल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह अपने पिता की हत्या के बाद से ही बदला लेने की योजना बना रहा था। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने जजी चौकी प्रभारी सहित 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। मौके पर तैनात पीएसी जवानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीएसी कमांड को रिपोर्ट भेजी गई है।
पूरे प्रदेश में गूंजा था अहसान हत्याकांड
बसपा नेता अहसान और उसके भांजे शादाब की हत्या का मामला पूरे प्रदेश में गूंजा था। इस मामले में शाहनवाज अंसारी, जब्बार, दानिश और दानिश को नामजद किया गया था। मंगलवार को शाहनवाज व जब्बार को बिजनौर की सीजेएम कोर्ट में पेशी पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से दिल्ली पुलिस के दारोगा हेतराम सिंह व पांच सिपाही लेकर आये थे। दोनों बदमाशों को सीजेएम योगेश कुमार के सामने पेश किया। इसी बीच शाहनवाज को गोलियों से भून दिया गया। मारा गया शाहनवाज माफिया डाॅन मुख्तार अंसारी का शूटर था। शाहनवाज पर लूट, हत्या, रंगदारी आदि के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे। एसपी संजीव त्यागी का कहना है कि फरार बदमाश जब्बार की तलाश में पुलिस टीमों को लगाया गया है। डीजीपी ओपी सिंह ने भी इस मामले की रिपोर्ट तलब करके बदमाश को पकड़ने के निर्देश दिए हैं।