कृषि मंत्रालय की ई-नाम योजना से जुड़ी 177 और नई मंडियां
नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। कृषि विपणन को मजबूत करने और किसानों को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपनी फसल की उपज बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) के साथ सोमवार को 177 नई मंडियां और जुड़ गईं। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इन मंडियों का शुभारंभ किया।
तोमर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये नई मंडियों का शुभारंभ करते हुए कहा कि किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए ई-नाम को और मजबूत करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों के लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के महत्वाकांक्षी उपयोग के रूप में ईएनएएम पोर्टल की परिकल्पना की गई है।
आज जिन मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ा गया, उसमें गुजरात की 17, हरियाणा की 26, जम्मू और कश्मीर की एक, केरल की 5, महाराष्ट्र की 54, ओडिशा की 15, पंजाब की 17, राजस्थान की 25, तमिलनाडु की 13 और पश्चिम बंगाल की एक मंडी शामिल है। 177 अतिरिक्त मंडियों के शुभारंभ के साथ देश भर में ई-नाम मंडियों की कुल संख्या 962 हो गई है।
इससे पहले 785 मंडियों को 17 राज्यों और दो संघ शासित प्रदेशों में ई-नाम के साथ जोड़ा गया था, जिसका उपयोग करने वाले 1.66 करोड़ किसान, 1.30 लाख व्यापारी और 71,911 कमीशन एजेंट थे।
ईएनएएम प्लेटफॉर्म पर 9 मई, 2020 तक कुल 3.43 करोड़ मीट्रिक टन और संख्या में 37.93 लाख (बांस और नारियल) का कारोबार किया गया। इसका सामूहिक मूल्य एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है। ईएनएएम प्लेटफॉर्म के रास्ते 708 करोड़ रुपये का डिजिटल भुगतान किया गया, जिससे 1.25 लाख से अधिक किसानों को फायदा हुआ है।