काजीरंगा (असम), 01 सितम्बर (हि.स.)। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के 70 प्रतिशत इलाके बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले वन्य जीव ऊंचाई वाले स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। बाढ़ में उद्यान के कुल नौ वन्य जीवों की मौत हो चुकी है।राष्ट्रीय उद्यान में कुल 223 में से 157 वन शिविर पानी में डूब गए हैं। वैसे , उद्यान के अधिकारियों ने कहा है कि मंगलवार से 57 वन शिविरों में पानी घटने लगा है।
काजीरंगा में बाढ़ की स्थिति सुधार होने का दावा किया जा रहा है। यह बयान काजीरंगा नेशनल पार्क के शोधकर्ता अधिकारी रॉबिन शर्मा ने कहा है। अधिकारी के अनुसार पानी के और अधिक घटने की संभावना है। उन्होंने बताया है कि अब तक बाढ़ में उद्यान के कुल नौ वन्य जीवों की मौत हो चुकी है।
अधिकारी ने खुलासा किया है कि दो वन्य जीवों की बदमाशों ने हत्या की है। दूसरी ओर वन विभाग ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के मिहिमुख इलाके में अपनी मां से बिछुड़े एक गैंडे के बच्चे को बरामद किया है। भोजन की तलाश में मां के साथ उद्यान से बाहर निकला गैंडे का बच्चा बिछुड़ गया। गैंडा के बच्चे को वन विभाग ने तब देखा जब वह मिहिमुख इलाके में अपनी मां से बिछुड़कर आसपास के इलाके में घूम रहा था। घायल बच्चे को बाद में उद्यान के अधिकारियों ने वन्यजीव बचाव और पुनर्वास केंद्र के डॉक्टरों के सहयोग से बचाया। सीडब्ल्यूआरसी के डॉ शमसुल अली ने बताया कि गैंडे के बच्चे की उम्र 10-15 दिन है। फिलहाल घायल गैंडे के बच्चे का इलाज केंद्र में चल रहा है। गैंडे के साथ-साथ सीडब्ल्यूआरसी केंद्र में हिरण का भी इलाज चल रहा है। एक हिरण को पहले ही इलाज के बाद छोड़ा जा चुका है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताई थी। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा है कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार को सभी सहायता प्रदान की जाएगी।