खंमीगर ग्लेशियर में फंसे 14 पर्वतारोही सलामत, रेस्क्यू दल को मिले
केलांग (हिमाचल प्रदेश), 28 सितंबर (हि.स.)। खंमीगर ग्लेशियर में ठहरे पर्वतारोहियों को रेस्क्यू करने के लिए 32 सदस्यों का रेस्क्यू दल मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे पिन घाटी के काह गांव से रवाना हुआ। पर्वतारोही दल के 14 सदस्य धार चांको में रेस्क्यू दल को मिल गए हैं। पर्वतारोही दल ने दोनों शवों को खंमीगर ग्लेशियर पर ही छोड़ कर नीचे उतरने का फैसला किया था। मंगलवार देरशाम तक 14 पर्वतारोही काह बेस कैंप तक पहुंच जाएंगे। वहीं दोनों शवों को लाने का कार्य सुबह शुरू होगा। रेस्क्यू दल मंगलवार को धार चांगो में ही रुकेगा।
उपायुक्त लाहौल स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि एडीएम मोहन दत शर्मा ने रेस्क्यू दल को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं। दो पुलिसकर्मी हेड कास्टेंबल करतार सिंह और कांस्टेबल अश्वनी कुमार काह गांव में बने बेस कैंप में तैनात किए गए हैं। रेस्क्यू दल जीपीएस सिस्टम से लैस है। इसके साथ ही रहने खाने-पीने का सारा सामान रेस्क्यू दल के पास मौजूद है। 14 पर्वतारोही सदस्य रेस्क्यू दल को मिल गए है। अभी बेस कैंप की ओर रेस्क्यू दल के साथ आ रहे है। इन्हें फिर काजा सीएचसी लाया जाएगा।
रेस्क्यू दल में 16 जवान आईटीबीपी और 6 सदस्य डोगरा स्काउट है। इनमें एक चिकित्सक भी है। इसके अलावा 10 पोटर यानि बोझा उठाने वाले है। माउंटेनिरिंग फांउडेशन पश्चिम बंगाल का पर्वतारोही दल 15 सितंबर को बातल से काजा के लिए वाया खंमीगर ग्लेशियर से रवाना हुआ था। बर्फबारी के कारण आगे का सफर करने में दल असमर्थ हो गया। खंमीगर ग्लेशियर पर दो सदस्यों की मौत गई ।अन्य सभी सदस्यों ने वहीं पर ठहरने का फैैसला किया और आगे का ट्रैक पूरा नहीं किया। इसके बाद एक पर्वतारोही और एक शेरपा काजा एडीएम को दल के दो सदस्यों की मौत और अन्य सदस्यों के बारे में सूचना देने के लिए सोमवार सुबह पहुंचे। इसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू दल काजा से काह के लिए रवाना किया।